विनोद शील
नई दिल्ली। देश में 2024 के लोकसभा चुनाव की जंग अब पूरी तरह जोर पकड़ चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार 400 पार सीटों का लक्ष्य रखा है। इसमें भारतीय जनता पार्टी का 370 सीटों का लक्ष्य भी शामिल है। यह लक्ष्य इसलिए भी रखा गया है क्योंकि सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को शक्तिहीन कर दिया था और इसे वह अपनी एक बड़ी उपलब्धि मानती है। पीएम मोदी ने एक समाचार एजेंसी को दिए इंटरव्यू एवं अपनी पार्टी के संकल्प पत्र (घोषणा पत्र) ‘मोदी की गारंटी’ को जारी करते समय देश को विकसित भारत बनाने के अपने विजन 2047 का पूरा खाका भी जनता के सामने रखा। वह यह भी कहते हैं कि मैं मां भारती का निडर बेटा हूं और देश के लिए हर फैसले निडर होकर लेता हूं।
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा चुनाव पर भी बात की। उन्होंने कहा, अगर हम 2024 के चुनावों को देखें, तो देश के सामने एक अवसर है। चुनाव ‘असफल कांग्रेस सरकार’और ‘सफल भाजपा सरकार’के मॉडल का है। कांग्रेस ने 5-6 दशकों तक काम किया है। मैंने सिर्फ 10 साल ही काम किया है। इनकी तुलना करें।
2047 देश के लिए एक ‘माइलस्टोन’ होगा
पीएम मोदी ने फिर से लोकसभा चुनाव में अपनी जीत का भरोसा जताते हुए कहा, 2047 और 2024 दोनों को मिक्सअप नहीं करना चाहिए। 2047 में देश की आजादी के 100 साल होंगे। ये ‘माइलस्टोन’ होगा। ये ऐसी चीजें हैं, जो व्यक्ति में नए संकल्प भरती हैं। ये एक मौका है। 75 साल पर हम खड़े हैं और 100 साल पर पहुंचने वाले हैं। इस 25 साल का हम सर्वाधिक उपयोग कैसे करें; हर इंस्टीट्यूशन व व्यक्ति को अपना लक्ष्य तय करना चाहिए ताकि हम सभी भारत को विकसित बना सकें।
प्रधानमंत्री मोदी ने विकास के अपने एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए इस चुनाव में 2047 तक भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनाने का विजन रखा है। पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले पांच साल में भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनेगा। पीएम मोदी ने विपक्ष पर भ्रम एवं डर फैलाने के लिए भी सवाल उठाया।
पीएम मोदी ने कहा, जब मैं कहता हूं कि मेरे पास बड़ी योजनाएं हैं, तो किसी को डरना नहीं चाहिए। मेरे फैसले किसी को डराने या दबाने के लिए नहीं हैं। मैं देश के पूरे विकास और जनकल्याण के लिए फैसले लेता हूं। मोदी ने कहा, ‘अभी बहुत काम बाकी है क्योंकि मैं देख रहा हूं कि मेरे देश की कितनी जरूरतें हैं, हर परिवार की कितनी जरूरतें हैं। इसीलिए मैं कहता हूं कि विकास का ये एक ट्रेलर है… अभी पूरी फिल्म बाकी है।” ज्यादातर सरकारों का मिजाज होता है कि हमने तो सब कुछ कर लिया। मैं नहीं मानता कि उन्होंने सबकुछ कर लिया। मैंने ज्यादा से ज्यादा करने और सही दिशा में जाने का प्रयास किया है। फिर भी बहुत कुछ है, जो मुझे करना है। विकास के इस रोडमैप पर काम करने के लिए अनेक बदलावों की जरूरत पड़ेगी। मोदी का विजन मेरी बपौती नहीं है, इसमें 15-20 लाख लोगों के विचारों को समाहित किया गया है।
– आगामी 25 साल का हम सदुपयोग करें
– ‘मोदी की गारंटी’ में विकसित भारत
बनाने के विजन का पूरा खाका
– आगामी 25 साल में विकसित भारत
बनाने के लिए लक्ष्य तय करें
– ‘विपक्ष पर भ्रम एवं डर फैलाने
के लिए उठाया सवाल
‘प्राण जाए पर वचन न जाए’
‘मोदी की गारंटी’ के संबंध में वह बोले कि व्यक्ति जो शब्द कहता है; उसके प्रति कमिटमेंट होना चाहिए। वह बोले कि एक नेताजी के वीडियो इन दिनों बाजार में हैं, उनका एक विचार, दूसरे से विरोधाभासी है। अभी एक नेता ने कहा कि मैं एक झटके में गरीबी हटा दूंगा। अब जिनको 5-6 दशक शासन करने को मिला, वे तब नहीं हटा सके गरीबी तो जब कहेंगे कि एक झटके में गरीबी हटा देंगे तो देश सोचता है कि ये क्या बोल रहे हैं। इससे ऐसे नेता की पॉलिटिकल लीडरशिप पर ही प्रश्नचिह्न लग रहा है क्योंकि भारत तो ‘प्राण जाए पर वचन न जाए’ वाला देश है।
इसके अलावा 2024 के आम चुनाव में मोदी का एक और मुद्दा राम मंदिर भी सर्वोच्च स्थान पर है। पीएम मोदी इसका राजनीतिकरण किए जाने के लिए विपक्ष को जिम्मेदार मानते हैं क्योंकि जब भाजपा पैदा भी नहीं हुई थी, उस समय अदालत में ये मामला निपटाया जा सकता था पर यह वोट बैंक का हथियार था, इसलिए इसे पकड़कर रखा गया और बार-बार इसके नाम पर भड़काया व डराया गया। अब राम मंदिर बन गया और विपक्ष के हाथ से मुद्दा ही चला गया।एक अन्य प्रश्न के उत्तर में पीएम मोदी बोले कि मैं मां भारती की संतान हूं। मां की सेवा कर रहा हूं, इतना ही बहुत है। उससे ज्यादा न लोग मेरे लिए सोचते हैं, न बोलते हैं। दक्षिण की पार्टी द्रमुक द्वारा सनातन के विरोध पर उन्होंने कहा कि इस सवाल पर हमें कांग्रेस से पूछना चाहिए। वो कांग्रेस, जिसके साथ महात्मा गांधी का नाम जुड़ा था। इंदिरा गांधी रुद्राक्ष की माला खुलेआम पहनकर घूमती थीं; आखिर किस मजबूरी में कांग्रेस सनातन के खिलाफ इतना जहर उगलने वाले लोगों के साथ खड़ी है।
ईडी ने सिर्फ 3 फीसदी राजनीतिक लोगों पर किए केस
चुनाव आयोग, अनेक जांच एजेंसियों व भ्रष्टाचार पर उन्होंने कहा कि इनसे संबद्ध एक भी कानून उनकी सरकार ने नहीं बनाया। हमने इलेक्शन कमिश्नरों की नियुक्ति वाले पैनल में अपोजिशन के व्यक्ति को भी शामिल किया। उन्होंने विपक्ष व उसके गठबंधन पर एक कहावत भी कही- नाच न जाने, आंगन टेढ़ा। कभी ये लोग ईवीएम का बहाना निकालेंगे तो कभी कुछ और। हार के लिए ये लोग अभी से कारण तैयार कर रहे हैं। ये देखने वाली बात है कि अपोजिशन के कितने नेता जेल में हैं? क्या यही अपोजिशन लीडर उनकी सरकार चलाते थे। डर तो पाप का होता है, ईमानदार को कहां डर। ईडी ने जितने केस किए हैं, उनमें सिर्फ 3 फीसदी राजनीतिक लोग शामिल हैं। 97 फीसदी लोगों में ईडी ने ड्रग माफिया, करप्ट अफसर पर केस किया है। ईडी ने मेरे कालखंड में जितनी संपत्ति अटैच की व कैश जब्त किया, उतनी 2014 से पूर्व कभी नहीं की। यही नहीं, आजादी के बाद पूर्वोत्तर राज्य दशकों तक हाशिए पर रहे। हमने इस धारणा को बदला। आज पूर्वोत्तर न दिल्ली से दूर है और न दिल से।
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ से देश को फायदा होगा
पीएम ने कहा कि ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ हमारी प्रतिबद्धता है। कई लोगों ने समिति को अपने सुझाव दिए हैं। बहुत सकारात्मक और नवोन्मेषी सुझाव आए हैं। अगर हम इस रिपोर्ट को लागू कर पाए तो देश को बहुत फायदा होगा।