ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। 1996 के अटलांटा ओलंपिक में 18 साल की एक जिम्नास्ट ने अपने देश अमेरिका को वो यादगार लम्हा दे दिया जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकता। इनका नाम है केरी स्ट्रग। स्ट्रग प्रतियोगिता की अंतिम स्पर्धा- वॉल्ट में भाग लेने के लिए तैयार थीं।
संयुक्त राज्य अमेरिका को एक टीम के रूप में स्वर्ण पदक जीतने के लिए स्ट्रग को 9.493 अंक प्राप्त करने की आवश्यकता थी। वॉल्ट में जिमनास्ट को दो प्रयास करने की अनुमति होती है। स्ट्रग ने पहला प्रयास किया। वह कलाबाजियां खाती हुईं जब जमीन पर आईं तो उनका एक पैर फिसल गया। इसके परिणामस्वरूप उनके टखने में दो लिगामेंट फट गए। इसके बाद अमेरिकी खेमे में चिंता की लहर दौड़ गई। स्ट्रग जानती थीं कि अगर उन्होंने दूसरा प्रयास नहीं किया तो टीम हार जाएगी। इसलिए वह उठीं और लगभग लंगड़ाते हुए अपने रनअप पर जाकर खड़ी हो गईं। सभी की नजरें उन पर थीं।
भीषण दर्द के बावजूद उन्होंने दौड़ना शुरू किया और वॉल्ट पर दोनों हाथ टिकाकर हवा में कलाबाजियां खाते हुए एक पैर से ही सफल लैंड कर गईं। स्टेडियम तालियों से गूंज उठा। वह 9.712 अंक अर्जित कर टीम यूएसए को जिमनास्टिक में अपना पहला स्वर्ण पदक दिला चुकी थीं।



















