ब्लिट्ज ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सपना पूरा करने के मिशन में जुट गया है। 40 हजार करोड़ रुपये का निवेश जमीन पर लाने के लिए पूरा सिस्टम तीन हिस्सों में बांटा गया है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी ने विशेष बैठक करके प्रस्तावित ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने जमीन आवंटन से जुड़े सभी विभागों को निर्देश दिए कि जिन निवेशकों ने ग्रेटर नोएडा में निवेश के लिए करार किए हैं, उनको जीबीसी में ले जाने से पहले जमीन उपलब्ध कराकर नक्शा पास कराने तक की प्रकिया पूरी करा ली जाए।
40 हजार करोड़ का लक्ष्य मिला : शासन ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को 40 हजार करोड़ रुपए के निवेश के साथ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में हिस्सा लेने का लक्ष्य दिया है। सीईओ रितु माहेश्वरी की अगुवाई में प्राधिकरण इस लक्ष्य को पाने की पूरी कोशिश कर रहा है। सीईओ ने इसके लिए गुरुवार को औद्योगिक, वाणिज्यिक, बिल्डर, संस्थागत और आईटी विभागों के साथ बैठक की ।
पहली श्रेणी : सीईओ ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के साथ हुए एमओयू को तीन श्रेणी में बांटा है। पहली श्रेणी में वे निवेशक हैं, जिनको भूखंड दे दिए गए हैं। सीईओ ने इनकी आवंटन प्रक्रिया को तत्काल पूरा कराकर लीज डीड कराने और नक्शा पास कराने तक की प्रक्रिया पूरी करा लेने के निर्देश दिए हैं, ताकि समय से काम शुरू हो सके।
दूसरी और तीसरी श्रेणी : दूसरी श्रेणी में वे निवेशक हैं, जो अपनी इकाई का विस्तार कर रहे हैं। उनको भी मौके पर काम शुरू कराने का लक्ष्य दिया है। तीसरी श्रेणी में वे निवेशक हैं, जो ग्रेटर नोएडा में निवेश के लिए आतुर हैं, लेकिन उनको अभी तक भूखंड नहीं मिला है। ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से पहले इन निवेशकों के लिए भी स्कीम लाकर भूखंड आवंटन करने और आवश्यक प्रक्रिया पूरी कराने के निर्देश दिए गए हैं।
डिफॉल्टरों से जमीन वापस लेंगे: सीईओ ने निर्देश दिए हैं कि बड़े डिफॉल्टरों के आवंटन रद्द कर उनसे जमीन वापस ली जाए। उन भूखंडों को स्कीमों में शामिल कर निवेशकों को उपलब्ध कराया जाए। बैठक में एसीईओ मेधा रूपम, एसीईओ अमनदीप डुली और एसीईओ आनंद वर्धन समेत सभी अधिकारी मौजूद रहे।