ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। सीएम शिंदे ने शहर की पहली तटीय सड़क का उद्घाटन किया। इसे अटल सेतु के बाद मुंबई शहर के लिए दूसरी सौगात माना जा रहा है। लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले परियोजनाओं की धूमधाम से शुरुआत की कड़ी में शहर को इस सड़क के साथ-साथ महिलाओं को समर्पित बस सेवा की सौगात भी मिली। यह बस सेवा इसी नई सड़क पर दौड़ेगी। प्रिंसेज स्ट्रीट फ्लाईओवर को वर्ली से जोड़ने वाली 10.58 किलोमीटर लंबी इस सड़क का 9.5 किमी हिस्सा बहुत जल्द आम यातायात के लिए खुल जाएगा। सड़क के शेष हिस्से पर तेजी से काम चल रहा है, जिसके मई तक पूरा हो जाने की संभावना है।
कुल आठ लेन की सड़क
इसके पूरा होने पर प्रिंसेज स्ट्रीट फ्लाईओवर सीधे वर्ली के अंत में बांद्रा वर्ली सी लिंक (बीडब्ल्यूएसएल) से जुड़ जाएगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस उद्घाटन अवसर पर मौजूद थे। नवनिर्मित मुंबई तटीय सड़क पर लगभग 13,983.83 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसे धर्मवीर स्वराज्य रक्षक छत्रपति संभाजी महाराज मार्ग के नाम से जाना जाएगा। कुल आठ लेन (दोनों तरफ चार-चार लेन) वाली इस सड़क पर पांच साल पहले निर्माण कार्य शुरू हुआ था।
दो सुरंग भी हैं
पहले चरण में तैयार सड़क का 4.5 किमी हिस्सा जमीन पर है जबकि इस पर दो सुरंग भी हैं, जिनमें प्रत्येक की लंबाई 2.072 किमी है। इसी साल मई में पूरी सड़क तैयार होने पर शहर का दक्षिणी हिस्सा उत्तर में बांद्रा वर्ली सी लिंक से जुड़ जाएगा।
– प्रिंसेज स्ट्रीट फ्लाईओवर सीधे बांद्रा वर्ली सी लिंक से जुड़ेगा
– नवनिर्मित सड़क पर 13,983 करोड़ खर्च हुए
अभी सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक ही सफर
इस पर अभी केवल कार्यदिवसों में सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक ही सफर किया जा सकेगा। पहले चरण का निर्माणाधीन एक किमी का हिस्सा बन जाने पर तटीय सड़क को सीधे सी लिंक से जोड़ देगा। परियोजना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि शहर के मछुआरा समुदाय की मांग के अनुसार डिजाइन में बदलाव के कारण परियोजना का निर्माण कार्य देर से पूरा हुआ।
बीएमसी का प्रोजेक्ट
यह परियोजना बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) द्वारा तैयार की गई है। बीएमसी का कहना है कि इस तटीय सड़क के बन जाने से शहर के उत्तर से दक्षिण तक जाने में लोगों का लगभग 70 फीसदी समय बचेगा। यानी जो सफर पहले 40 मिनट में होता था, उसमें अब केवल 9 से 10 मिनट ही लगेंगे। इस सड़क पर कोई शुल्क नहीं लगेगा।
दूसरे चरण पर भी काम
विशेष बात यह है कि बीएमसी तटीय परियोजना के दूसरे चरण पर भी काम कर रही है, जिसके पूरा हो जाने पर शहर का पश्चिमी ़उपनगर वर्सोवा शहर के उत्तरी हिस्से में स्थित दहिसर से जुड़ जाएगा। परियोजना के दूसरे चरण पर 16,621 करोड़ रुपये का खर्च आएगा और इसका निर्माण कार्य चार साल में पूरा होगा।
तटीय सड़क के साथ ही 320 एकड़ से अधिक क्षेत्र में एक विश्व स्तरीय केंद्रीय पार्क भी बनाने की योजना है। मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि प्रियदर्शनी पार्क और रेस कोर्स के 300 एकड़ क्षेत्र में युवाओं और बुजुर्गों के लिए एक अंतरराष्ट्रीय मानक केंद्रीय पार्क बनाया जाएगा और यह मुंबईकरों के लिए ऑक्सीजन पार्क होगा।
उन्होंने कहा कि वाहन चालक वर्ली सीफेस, हाजी अली मोड़ और अमरसन्स मोड़ से तटीय सड़क पर प्रवेश कर सकते हैं और मरीन लाइन्स में बाहर निकल सकते हैं। तटीय सड़क को चरणबद्ध तरीके से दहिसर और पालघर तक बढ़ाया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि तटीय सड़क मुंबईकरों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाएगी। उन्होंने कहा कि तटीय सड़क को बांद्रा-वर्सोवा , वर्सोवा-विरार , विरार-पालघर जैसे चरणों में विस्तारित किया जाएगा। इससे शहर के किसी भी हिस्से में एक घंटे के भीतर पहुंचा जा सकेगा।
मुंबई तटीय सड़क अधिकतम गति सीमा 80 किमी प्रति घंटा होगी, जबकि सुरंग में यह 60 किमी प्रति घंटा होगी और मोड़ और प्रवेश-निकास के दौरान यह वाहनों की गति 40 किमी प्रति घंटा होगी। पैदल यात्रियों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है।
सीएम शिंदे ने कहा कि प्रियदर्शनी पार्क और रेस कोर्स के 300 एकड़ क्षेत्र में युवाओं और बुजुर्गों के लिए एक अंतरराष्ट्रीय मानक केंद्रीय पार्क बनाया जाएगा।