संदीप सक्सेना
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेजी से बढ़ते सीमा पार ई-वाणिज्य के सामने पेश होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए जी20 व्यापार मंत्रियों को सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि बड़े तथा छोटे विक्रेताओं के बीच समान प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए सामूहिक रूप से काम करना होगा। मोदी ने जी20 व्यापार एवं निवेश मंत्रियों की बैठक को वीडियो संदेश के जरिए संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने उचित मूल्य हासिल करने और शिकायत प्रबंधन तंत्र में उपभोक्ताओं के सामने आने वाली समस्याओं का हल तलाशने की बात पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा, डिजिटल प्रक्रियाओं और ई- वाणिज्य में बाजार की पहुंच बढ़ाने की क्षमता है। मुझे खुशी है कि आपका समूह व्यापार दस्तावेजों के डिजिटलीकरण के लिए उच्चस्तरीय सिद्धांतों पर काम कर रहा है। ये सिद्धांत देशों को सीमा पार इलेक्ट्रॉनिक व्यापार उपायों को लागू करने और अनुपालन बोझ को कम करने में मदद कर सकते हैं।
मोदी ने कहा, जैसे-जैसे सीमा पार ई-वाणिज्य बढ़ रहा है, चुनौतियां भी बढ़ रही हैं। हमें बड़े तथा छोटे विक्रेताओं के बीच समान प्रतिस्पर्धा तय करने के लिए सामूहिक रूप से काम करने की जरूरत है। जी20 समूह के व्यापार मंत्री अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य तथा निवेश को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए जुटे थे। मोदी ने सरकार की पहल ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) को बड़ा बदलाव बताया। उन्होंने कहा कि यह डिजिटल मार्केटप्लेस इको सिस्टम का लोकतंत्रीकरण करेगा। मोदी ने कहा कि दुनिया भारतीय अर्थव्यवस्था को विश्वास भरी नजरों से देख रही है। भारत को अवसरों और खुलेपन का संयोजक माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्षों में भारत पांचवीं सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन गया।


















