ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत ने आकाश-एनजी मिसाइल सिस्टम में बदलाव के ब्राजील के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। ब्राजील चाहता था कि आकाश-एनजी में उसके बनाये सेंसर इस्तेमाल हों, लेकिन भारत ने ऐसा करने से मना कर दिया। ब्राजील ने भारत से आकाश-एनजी मिसाइल सिस्टम खरीदने की इच्छा जताई थी। इस डील में ब्राजील चाहता था कि भारत आकाश-एनजी में उसके बनाये एम200 रडार सिस्टम का इस्तेमाल करे। ब्राजील का कहना था कि एम200 रडार, भारतीय रडार से बेहतर है और यह कम ऊंचाई पर उड़ने वाले लक्ष्यों को ट्रैक करने में सक्षम है। इसके साथ ही, ब्राजील का यह भी मानना था कि एम200 रडार एक साथ कई लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है।
भारत के पास पहले से एडवांस रडार
भारत ने ब्राजील के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। भारत का कहना है कि आकाश-एनजी में पहले से ही एईएसए रडार सिस्टम लगा है जो काफी आधुनिक है। यह रडार सिस्टम लक्ष्य को ढूंढ़ने, उस पर नजर रखने और उसे निशाना बनाने में सक्षम है।
क्या है आकाश-एनजी की खासियत
आकाश-एनजी पुराने आकाश मिसाइल सिस्टम का अपग्रेडेड वर्जन है। इसकी मारक क्षमता 40 किलोमीटर है और यह एक साथ 10 लक्ष्यों को निशाना बना सकता है। भारत के इस फैसले से साफ है कि वह अपने देश में विकसित तकनीक पर भरोसा कर रहा है।