ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर पहली बार डेढ़ करोड़ से अधिक लोग मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। पिछले चुनाव की तुलना में इस बार करीब नौ लाख नए मतदाता बढ़े हैं। दिल्ली मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने लोकसभा चुनाव के लिए अंतिम मतदाता सूची के आंकड़े जारी किए। दिल्ली में अब कुल 1.52 करोड़ से अधिक मतदाता हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी पी. कृष्णमूर्ति ने कहा कि अब मतदाता सूची में और नए नाम नहीं जुड़ेंगे। चुनाव आयोग को 26 अप्रैल तक मिले सभी आवेदनों का निपटारा कर दिया गया है। पी. कृष्णमूर्ति ने बताया कि दिल्ली में अनुमानित कुल आबादी में 69.93 फीसदी लोग मतदाता सूची में शामिल हैं।
उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव की मतदाता सूची से तुलना करते हुए बताया कि उस समय कुल 1.43 करोड़ से अधिक मतदाता थे, जिसमें 8.85 लाख से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। महिला मतदाताओं की संख्या भी बढ़ी है। उस समय प्रति एक हजार पुरुषों पर 818 महिलाएं थीं, जो अब बढ़कर 851 हो गई हैं। थर्ड जेंडर मतदाताओं की संख्या 669 से बढ़कर 1228 हो गई है।
उन्होंने बताया कि दिल्ली में पहली बार मतदान करने वालों की संख्या अब 2.52 लाख तक पहुंच गई है। बीते जनवरी में यह संख्या 1.47 लाख थी, मगर लगातार चले जागरुकता अभियान का असर है कि बीते चार माह में 18-19 साल की उम्र वाले मतदाताओं की संख्या बढ़कर ढाई लाख से ज्यादा हो गई है। उन्होंने कहा कि पहली बार हम 85 साल से अधिक उम्र वाले मतदाताओं को घर से वोट करने की सुविधा दे रहे हैं।



















