नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश व गुजरात में सियासी गतिविधियों के लिहाज से बीजेपी के लिए भी अपनी साख को बचाए रखना एक बड़ी चुनौती बन गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए दोनों प्रदेश की सरकारें चुनावी मुद्दों से ज्यादा पीएम मोदी के नाम पर भरोसा करती नजर आ रही हैं। हिमाचल प्रदेश की सत्ता से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को बेदखल करने की कोशिश में जुटी कांग्रेस के सामने भी कई चुनौतियां हैं। इसी के साथ 2022 के चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की हिमाचल व गुजरात के चुनाव में एंट्री ने कांग्रेस और बीजेपी के लिए नई परेशानी खड़ी कर दी है।
बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या हिमाचल प्रदेश में इस बार भी पीएम मोदी का जादू चलेगा। इस मुद्दे पर एक न्यूज चैनल व सी-वोटर के सर्वे में यह बात सामने आई है कि पीएम मोदी का जादू एक बार फिर हिमाचल प्रदेश की जनता पर चलेगा जबकि कुछ मतदाताओं ने इससे इन्कार किया है। सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 56 प्रतिशत मतदाताओं का कहना है कि पीएम मोदी फैक्टर से बीजेपी एक बार फिर हिमाचल में सरकार बनाएगी जबकि 44 फीसदी मतदाताओं का मानना है कि 2022 के चुनाव में कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर सरकार बनाएगी। सरकारों के भविष्य का फैसला अब मतदाताओं के हाथ में है और यह तो चुनाव के नतीजे ही बताएंगे कि जनता की नजर में इस बार कौन खरा उतरा। वैसे पीएम मोदी का फैक्टर चुनाव नतीजों पर असर डालने में सदैव अहम भूमिका निभाता रहा है।