ब्लिट्ज ब्यूरो
शिमला। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के परिणामों में 10 बड़ी जीतों में बीजेपी प्रत्याशियों वर्चस्व रहा था। मंडी जिला के नाचन विधानसभा से बीजेपी प्रत्याशी विनोद कुमार ने सूबे में सबसे ज्यादा वोट लेकर रिकॉर्ड बनाया था। विनोद कुमार ने कांग्रेस के उम्मीदवार सुंदर लाल को 15,896 मतों से पराजित किया था। वहीं, दूसरी बड़ी जीत में बल्ह से बीजेपी प्रत्याशी इंद्र सिंह गांधी का नाम दर्ज हुआ जो पहली बार 12,811 वोट से जीतकर विधायक बने। तीसरे स्थान पर कांगड़ा जिला के बैजनाथ विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के उम्मीदवार मुलख राज प्रेमी 12,669 वोट से जीतकर विधायक बने।
पिछली बार 10 बड़ी जीत में कांग्रेस का एक भी प्रत्याशी नहीं रहा शामिल
2017 के चुनाव में सूबे के दस बड़ी जीत में कांग्रेस का एक भी उम्मीदवार शामिल नहीं रहा था। वहीं, टॉप दस बड़ी जीतों में बीजेपी के प्रत्याशियों का वर्चस्व रहा था। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में हिमाचल में सिर्फ 6 उम्मीदवारों ने दस हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की थी। उसमें 3 बीजेपी और 3 कांग्रेस के उम्मीदवार शामिल थे. वर्ष 2012 में कांग्रेस को 36 और बीजेपी को 26 सीटें मिली थीं। 6 सीटें निर्दलीय नेताओं के हाथ लगीं थी। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने 2017 से पहले आखिरी बार 1993 में एक विधानसभा सीट पर जीत हासिल की थी। गौरतलब है कि 68 सीटों वाली हिमाचल प्रदेश विधानसभा में सरकार गठित करने के लिए 35 सीटों की जरूरत होती है।
2022 में आम आदमी पार्टी की एंट्री से मुकाबला हुआ दिलचस्प
2022 के चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के साथ-साथ आम आदमी पार्टी भी पूरी ताकत के साथ चुनावी मैदान में उतर रही है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान सहित पार्टी के तमाम स्टार नेता हिमाचल प्रदेश का दौरा कर चुनावी कार्यक्रमों का आगाज कर चुके हैं। बीजेपी चुनाव प्रचार अभियान में भी सबसे आगे दिख रही है। कांग्रेस के अभियान का आगाज ढीलाढाला है। चर्चा है कि कांग्रेस के भीतर जारी अंदरुनी कलह का फायदा बीजेपी और आम आदमी पार्टी को मिल सकता है।
2017 में मतदाताओं की स्थिति
2017 की बात करें तो बीजेपी को हिमाचल प्रदेश में जहां सबसे अधिक 48.8 फीसदी और कांग्रेस को 41.7 फीसदी वोट मिले थे वहीं अन्य को महज 6.3 तथा नोटा को 0.9 फीसदी वोट मिले थे। प्रदेश में अगस्त 2017 तक हिमाचल प्रदेश में कुल 53.8 लाख रजिस्ट्रर्ड मतदाता हैं जिसमें 27.23 लाख पुरुष और 26.44 लाख महिला मतदाता हैं।