ब्लिट्ज ब्यूरो
कोटा। कोटा की बेटी विंग कमांडर दीपिका मिश्रा को वायु सेना मेडल (गैलेंट्री) पुरस्कार मिला है। यह पुरस्कार उन्हें मध्यप्रदेश में बाढ़ राहत अभियान के दौरान अदम्य साहसिक कार्य के लिए दिया गया है। दीपिका को दिल्ली में भारतीय वायु सेना के चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने सम्मानित किया। उन्होंने 47 से ज्यादा लोगों की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई थी। बताया जा रहा है दीपिका मिश्रा भारतीय वायुसेना में वीरता पुरस्कार पाने वाली पहली महिला अधिकारी हैं। दीपिका मिश्रा 2006 में भारतीय वायुसेना की कोटा से पहली महिला फ्लाइंग अफसर बनी थीं।
दीपिका का परिवार कोटा के स्टेशन इलाके में रहता है। पिता सीमेंट फैक्ट्री से 6 साल पहले मैनेजर की पोस्ट से रिटायर हुए हैं जबकि छोटा भाई 4 साल से विदेश में जॉब करता है। फिलहाल कनाडा में है।
भारतीय वायु सेना के चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने सम्मानित किया
दीपिका के पिता सुनील मिश्रा की मोड़क की सीमेंट फैक्ट्री में नौकरी थी। वो मोड़क से सप्ताह में एक बार कोटा आते थे। इधर दीपिका अपनी मां व छोटे भाई के साथ दादा दादी के पास कोटा में रहती थी। आर्मी स्कूल में पढ़ाई के दौरान घर के रोजमर्रा के काम दीपिका अपनी मां के साथ करती थीं। धीरे-धीरे बाजार से खरीदारी समेत अन्य काम की जिम्मेदारी उठाई। खुद ही स्कूटर चलाना सीखकर घर के काम किए। पिता सुनील मिश्रा 2017 में मैनेजर की पोस्ट से रिटायर हुए। इसके बाद वह कभी बेटे के पास ,कभी बेटी के पास रहते हैं। पिता कोटा आते जाते रहते हैं। दीपिका के पति भी विंग कमांडर है। उनके एक बेटी व एक बेटा है।
सीएम अशोक गहलोत ने दी बधाई
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर बधाई दी है। सीएम ने लिखा- बेटी की ऊंची उड़ान पर गर्व कर रहा राजस्थान। वीरता पुरस्कार पाने वाली देश की पहली महिला एयरफोर्स अधिकारी राजस्थान की बेटी विंग कमांडर दीपिका मिश्रा ने पूरे प्रदेश को गौरवान्वित किया है। बाढ़ राहत कार्य हेतु आपको प्राप्त वायु सेना पदक प्रत्येक देशवासी को प्रेरित करता है। हार्दिक बधाई। जय हिंद!
पिता सुनील दत्त मिश्रा ने बताया, दीपिका को बचपन से ही वायु सेना में जाने का शौक था। उनके ताऊ ज्ञानेंद्र मिश्रा आर्मी में रहे हैं। वह लेफ्टिनेंट कर्नल की पोस्ट से रिटायर होकरजयपुर में रहते हैं। दीपिका ने 12वीं तक आर्मी स्कूल कोटा में पढ़ाई की। इसके बाद जेडीबी कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई की। कॉलेज की पढ़ाई के दौरान दीपिका ने एनसीसी जॉइन की। बेंगलुरु कैंप में उन्होंने माइक्रो लाइट में उड़ान भरी। इस दौरान अपने ताऊ के सम्पर्क में रहते हुए दीपिका ने तैयारी की। दीपिका ने 2005 में पहले ही प्रयास में एसएसबी क्लियर किया। दीपिका की अभी यूपी में पोस्टिंग है। परिवार के सदस्य भी साथ में हैं।
पेंटिंग व म्यूजिक का शौक
पिता सुनील दत्त मिश्रा ने बताया- दीपिका को बचपन से ही पेंटिंग का शौक रहा है। शहर में होने वाले इवेंट व प्रोग्राम में हिस्सा लेती थीं। इसके अलावा म्यूजिक में भी उसकी रुचि रही है। सोशल इवेंट में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेती थीं।