प्रिय श्री डेवी,
मैं भारत के माननीय प्रधानमंत्री को 2002 के गुजरात दंगों के लिए जिम्मेदार बताने वाली BBC द्वारा निर्मित डॉक्यूमेंट्री से चकित हूं जिसका प्रसारण 17 जनवरी 2023 को हुआ था। निर्माता ने इस तरह की असंवेदनशील और एकतरफा डॉक्यूमेंट्री बनाकर दूरदृष्टि, सामान्य ज्ञान और निर्णय की कमी दिखाई है। डॉक्यूमेंट्री न केवल दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के दो बार लोकतांत्रिक रूप से चुने गए प्रधानमंत्री का अपमान करती है, बल्कि न्यायपालिका और संसद का भी अपमान करती है, जिसने श्री मोदी की गहन जांच की और उन्हें किसी भी तरह से दंगों में शामिल होने के आरोपों से बरी किया।
हिंसा और जीवन की हानि चाहे कहीं भी हो मैं उसकी निंदा करता हूं, और उपमहाद्वीप की राजनीति को यूनाइटेड किंगडम में लाकर यूनाइटेड किंगडम में धार्मिक घृणा को भड़काने वालों की भी मैं समान रूप से निंदा करता हूं। हमारा एक राजा है और एक देश है, और परिणामस्वरूप हम एक हैं।
ओछी पत्रकारिता के माध्यम से सस्ती लोकप्रियता के लिए हमें बांटने का अधिकार किसी को नहीं है, जिसके आगे चलकर देश के लिए गंभीर परिणाम हो सकते हैं। पाकिस्तान-भारत और यूके मैत्री फोरम के अध्यक्ष के रूप में, हमने यूनाइटेड किंगडम में सामाजिक सामंजस्य में सुधार करने के लिए भारतीय और पाकिस्तानी मूल के दो ब्रिटिश समुदायों के बीच बेहतर संबंध बनाने के लिए 25 वर्षों से अधिक समय तक काम किया है। बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री ने भारत को एक असहिष्णु राष्ट्र के रूप में चित्रित करने का प्रयास करके, जहां मुसलमानों को सताया जाता है, ब्रिटिश हिंदुओं और मुसलमानों के बीच नफरत पैदा करके पुराने घावों को कुरेद दिया है। अगर ऐसा होता तो मुसलमान अब तक भारत छोड़ चुके होते। इसके विपरीत, भारत की मुस्लिम आबादी अब पाकिस्तान से अधिक है, और बांग्लादेश के मुसलमान बड़े पैमाने पर भारत में प्रवेश कर रहे हैं। यह इतिहास के पन्नों में दर्ज है; अंग्रेजों ने हमें बिना किसी जनमत संग्रह के मनमाने ढंग से बांट दिया था, जिसके कारण लाखों निर्दोष लोगों की मौत हुई और 15 मिलियन से ज़्यादा लोगों को उनके अपने ही देश में शरणार्थी बना दिया गया था।
अंग्रेजों ने ऐसी नफरत पैदा की जिसके कारण तीन और रक्तरंजित युद्ध हुए और जान-माल का नुकसान हुआ और अब भारत और पाकिस्तान परमाणु संपन्न विरोधी हैं। क्या आपको उस खून खराबे की जिम्मेदारी लेने के लिए एक डॉक्यूमेंट्री नहीं बनानी चाहिए जो बदस्तूर जारी है? बंगाल में अकाल और जलियांवाला बाग में निर्दोष लोगों के नरसंहार के बारे में क्या ख़याल है? रिकॉर्ड के लिए बता दूं कि भारत में विविधता को कानूनन स्वीकार किया जाता है, सम्मान दिया जाता है और संरक्षित किया जात है।
भारतीय संविधान जाति, धर्म और लिंग की परवाह किए बिना सभी को समानता प्रदान करता है। मैं पाकिस्तान के लिए ऐसा नहीं कह सकता, जहां अन्य धर्मों के लोगों या महिलाओं को समानता नहीं दी जाती है। हमारे कई शहरों में ब्रिटिश हिंदुओं और मुसलमानों के बीच पहले से ही जो तनावपूर्ण स्थिति है, उससे बचने के लिए मैं आपसे आग्रह करता हूं कि डॉक्यूमेंट्री के दूसरे भाग की स्क्रीनिंग न करें। इस डॉक्यूमेंट्री के आने का समय भी ठीक नहीं है; जब भारत को जी20 की अध्यक्षता मिली है, हमारे पास नंबर 10 में भारतीय मूल के हमारे पहले प्रधानमंत्री हैं, और हम यूके-भारत मुक्त-व्यापार समझौते के लिए काम कर रहे हैं। कृपया पुष्टि करें कि इस बकवास के पीछे क्या आपके पाकिस्तानी मूल के कर्मचारी थे। मुझे आपके जवाब का इंतज़ार रहेगा।
प्रति : आरटी- माननीय मिशेल डोनेलान एमपी
कल्चर एंड मीडिया सेक्रेटरी