ब्लिट्ज ब्यूरो
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पीएम गति शक्ति बहुत बड़ा प्लेटफार्म है। यह विकास योजनाओं को पूर्ण करने में तकनीकी रूप से सहायता करेगा। इससे काफी कम समय में ही विकास परियोजनाएं मूर्त रूप ले सकेंगी। पीएम गति शक्ति मास्टर प्लान के जरिए प्रत्येक क्षेत्र में जो प्रगति हो रही है, वह पूरा देश देख रहा है। इसका लाभ उत्तर प्रदेश की जनता को मिल रहा है।
मल्टीमॉडल जलमार्ग शिखर सम्मेलन-2022
मुख्यमंत्री ने यह विचार वाराणसी स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल सभागार में ‘पीएम गति शक्ति मल्टीमॉडल जलमार्ग शिखर सम्मेलन-2022’ में व्यक्त किए। यह सम्मेलन विकास में अंतर्देशीय जलमार्गों की भूमिका को और मजबूत करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह सम्मेलन प्रधानमंत्री के सपनों को मूर्त रूप देने और उसे धरातल पर उतारने में सहायक होगा।
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग और कोचीन शिपयार्ड के बीच हुआ एमओयू
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा इनलैण्ड वाटर-वे अथॉरिटी ऑफ इण्डिया के फैसिलिटेशन सेन्टर की वेबसाइट लॉन्च की गई। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष असम के लिए इलेक्ट्रिक-बैटरी चालित हाइब्रिड कैटामेरान के लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के बीच एक एमओयू का आदान-प्रदान भी किया गया।
उत्तर प्रदेश इस तरह मिला लाभ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में जल संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने कहां कि अन्तरदेशीय जलमार्गों को मजबूत बनाने से प्रदेश के विकास की गति में तेजी आएगी। हिमालय से निकलकर आने वाली नदियों में विशेषकर बरसात के मौसम में काफी मात्रा में सिल्ट आती है। इससे नदियां छिछली होती गईं, उनका दायरा बढ़ता गया, जिससे प्रदेश के अनेक जनपदों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो गई थी। प्रदेश सरकार द्वारा कई नदियों की ड्रेजिंग कराई गई जिसका परिणाम है कि आज राज्य में मात्र चार-पांच जिलों में ही बाढ़ आती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 8 वर्षों में उत्तर प्रदेश ने विकास की नई ऊंचाइयां प्राप्त की हैं। उत्तर प्रदेश में सड़क परिवहन के क्षेत्र में बड़े कार्य हुए हैं। वर्तमान में राज्य में 12 से 13 एक्सप्रेस-वे पर कार्य तेजी से चल रहा है। सभी हाईवेज के 04 से 06 लेन निर्माण के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। यहां से कृषि उत्पाद विदेशों एवं खाड़ी देशों में निर्यात किए जा रहे हैं, जिससे किसानों की आय में वृद्धि करने में सफलता मिली है एवं उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है। उन्होंने कहा कि पहला इनलैंड वॉटर-वे प्रधानमंत्री जी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बना है। उसकी जेट्टियों का आज लोकार्पण व शिलान्यास भी यहां हुआ है।
पीएम के कुशल नेतृत्व से देशवासियों में भरोसा जगा
केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि यातायात व्यवस्था दुरुस्त होगी तो देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। इसके लिए सरकार के अलग-अलग मंत्रालय महत्वपूर्ण कदम उठा रहे हैं। प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व से देशवासियों में भरोसा जगा है जिससे आज हम हर क्षेत्र में तरक्की कर रहे हैं। सरकार लॉजिस्टिक्स पॉलिसी के जरिए विभिन्न योजनाओं को गति देने में जुटी है। देश का प्रत्येक राज्य इस पॉलिसी के साथ जुड़ रहा है तथा विकास के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है। पिछले आठ वर्षों में विकास के पायदान पर हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री गति शक्ति ने बदली देश की सूरत
उन्होंने ने कहा कि देश में 111 वॉटरवेज हैं इनके जरिए हमारी यातायात व्यवस्था और बेहतर होगी। भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हम अब कई कदम आगे बढ़ चुके हैं। प्रत्येक भारतीय के अंदर आत्मनिर्भर बनने की ललक भी जाग चुकी है। प्रधानमंत्री गति शक्ति मल्टीमॉडल जलमार्ग शिखर सम्मेलन के माध्यम से विशेषज्ञों की जो राय निकलकर सामने आएगी उसके जरिए विकास को गति मिलेगी।
इस अवसर पर बांग्लादेश के जहाजरानी राज्यमंत्री खालिद महमूद चौधरी, प्रदेश के श्रम और सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह, स्टाम्प एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवीन्द्र जायसवाल, आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु और वाराणसी की महापौर मृदुला जायसवाल आदि लोग शामिल हुए।