ब्लिट्ज ब्यूरो
इंदौर। प्रवासी भारतीय सम्मेलन में एक सत्र जी-20 को लेकर भी हुआ जिसमें प्रवासियों से भी सहयोग के लिए कहा गया। पीएम मोदी ने अपने भाषण में जहां जी-20 पर विस्तृत बात की, वहीं जी-20 के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि जी-20 एक पॉवरफुल फोरम है। दुनिया की 60 प्रतिशत आबादी इन देशों में कवर होती है। पूरे विश्व में मंदी का दौर है लेकिन हमारे लिए एक अवसर और गौरव का विषय। उन्होंने कहा, इस फोरम पर हम भारत की “वसुधैव कुटुम्बकम ्” आधारित विकासपरक सोच एवं विभिन्न विकास क्षेत्रों में भारत की क्षमताओं तथा गौरवशाली परंपरा, संस्कृति को वैश्विक स्वर प्रदान कर सकते हैं। टाउन हॉल सत्र में उन्होंने कहा कि जी-20 समूह विकसित एवं विकासशील राष्ट्रों का विश्व का सबसे बड़ा समूह है। जी-20 के सदस्य मिलकर 85 प्रतिशत वैश्विक जीडीपी, 75 प्रतिशत वैश्विक व्यापार, 90 प्रतिशत पेटेंट के प्रति उत्तरदायी हैं। सेशन में जी20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन शृंगला ने कहा कि जी-20 प्रतिनिधियों के भारत में अनुभव को अप्रतिम बनाने में सभी नागरिक भागीदारी निभाएं। जी20 इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि इससे संबंधित कार्यक्रम 56 विभिन्न शहरों में आयोजित किया जा रहे हैं।