बेंगलुरु। एयरो इंडिया के 14वें एडिशन की शुरुआत बेंगलुरु के येलहांका एयर फोर्स स्टेशन पर हुई। एयर शो पांच दिन चला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका उद्घाटन किया। शो में सबसे ज्यादा सुर्खियां एचएलएफटी -42 ने बटोरीं। इसकी टेल पर हनुमानजी की फोटो थी। साथ ही एक मैसेज भी लिखा था- तूफान आ रहा है।
उद्घाटन अवसर पर पीएम मोदी ने कहा, ‘पहले यह सिर्फ एयर शो था, लेकिन अब ये भारत की ताकत बनकर उभर रहा है। कोरोना काल के बाद पहली बार इस शो में दर्शक भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।’
यह शो ‘मेक इन इंडिया’, ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ प्लान के मुताबिक स्वदेशी टेक्नोलॉजी को प्रदर्शित करने और विदेशी कंपनियों के साथ साझेदारी बनाने पर केंद्रित था। इसकी थीम ‘द रनवे टु ए बिलियन अपॉर्च्युनिटीज’ रही। एयर शो के बाद पीएम मोदी ने इंडिया पैवेलियन का उद्घाटन किया। यहीं भारत में बने कई एयरक्राफ्ट और नेक्स्ट जेन उपकरण प्रदर्शित किए गए।
पीएम मोदी के संबोधन की प्रमुख बातें-
आज दुनिया की रक्षा कंपनियों के लिए भारत एक मार्केट नहीं बल्कि पार्टनर भी है। एयरो इंडिया शो में 100 से अधिक देशों की भागीदारी नए भारत में दुनिया के भरोसे को दर्शाती है। कर्नाटक के युवा डिफेंस में देश की ताकत बढ़ाएं। मोदी ने कहा कि यह शो एक और वजह से खास है यह कर्नाटक जैसे टेक्नोलॉजी की दुनिया में जगह बनाने वाले राज्य में हो रहा है। युवाओं के लिए नई संभावनाएं खुलेंगी। मैं आह्वान करता हूं आपको जो महारथ हासिल है, उससे रक्षा क्षेत्र में देश की ताकत बढ़ाएं। आप ज्यादा जुड़ेंगे तो नए रास्ते ज्यादा खुलेंगे।
भारत कोई मौका नहीं खोएगा
प्रधानमंत्री ने कहा- हमारे यहां कहा जाता है प्रत्यक्षं किम प्रमाण, यानी प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं। आज आकाश में गर्जना करते तेजस ‘मेक इन इंडिया’ का प्रमाण है। हिंद महासागर में आईएनएस विक्रांत, गुजरात के वडोदरा में या तुमकुरु में एचएएल के हेलिकॉप्टर इस बात का प्रमाण हैं। 21वीं सदी का भारत न कोई मौका खोएगा न मेहनत में कमी रखेगा। हम कमर कस चुके हैं।
डिफेंस एक्सपोर्ट लक्ष्य
मोदी बोले- जो देश दशकों से डिफेंस सेक्टर में सबसे बड़ा आयातक था, वो अब निर्यात कर रहा है। देश का रक्षा निर्यात 6 गुना बढ़ा है। हम 75 देशों को डिफेंस इक्विपमेंट एक्सपोर्ट कर रहे हैं। हमने निर्यात में 1.5 बिलियन डॉलर के आंकड़े को पार कर लिया है। डिफेंस का मार्केट सबसे कॉिम्प्लकेटेड माना जाता है। भारत ने 8-9 साल में इसे बदला है। 2025 तक इस आंकड़े को 5 बिलियन डॉलर तक ले जाएंगे।
भारत जड़ों से जुड़ा
प्रधानमंत्री ने कहा- अमृतकाल का भारत फाइटर पायलट की तरह आगे बढ़ रहा है। आज का भारत तेज सोचता है, दूर की सोचता है तुरंत फैसले लेता है। ठीक वैसे जैसे फाइटर पायलट करता है। विमान की रफ्तार चाहे कितनी तेज क्यों न हो, कितनी ऊंचाई पर क्यों न हो वह जड़ों से जुड़ा रहता है।
माहौल का फायदा उठाएं इन्वेस्टर्स
पीएम बोले, मौजूदा सरकार ने भारत के डिफेंस सेक्टर में एफडीआई को मंजूरी देने का माहौल बनाया है। इसलिए देश दुनिया के इन्वेस्टर्स को भारत में बने इस सपोर्टिव माहौल का फायदा उठाना चाहिए।
एयरो इंडिया शो में खास
- 35,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में शो।
- लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए)-तेजस, एचटीटी-40, डोर्नियर लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (एलयूएच), लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर (एलसीएच) और उन्नत लाइट हेलिकॉप्टर (एएलएच) जैसे स्वदेशी एयर प्लेटफार्मों के एक्सपोर्ट को बढ़ावा दिया।
- शो में 32 देशों के रक्षा मंत्री शामिल हुए।
- रक्षा उपकरण कंपनियों के 73 सीईओ की गोलमेज मीटिंग
- स्टार्ट-अप शो और बंधन इवेंट।
- 75 हजार करोड़ के एमओयू साइन
- एयरो इंडिया 2023 में 80 से ज्यादा देशों की भागीदारी
- ग्लोबल और इंडियन ओईएम के 65 सीईओ शामिल हुए।
- आयोजन 100 विदेशी और 700 भारतीय कंपनियों सहित 800 से ज्यादा डिफेंस कंपनियों की भागीदारी का भी गवाह बना।
- एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने ‘गुरुकुल’ फॉर्मेशन लीड किया। उन्होंने एलसीए उड़ाया। इसमें एक एलसीए, एक हाॅक आई , एक आईजेटी , एक एचटीटी-40 एयरक्राफ्ट शामिल होता है।
- एयर शो के दौरान सूर्य किरण के साथ एयरोबेटिक टीम ने हार्ट शेप आकृति बनाई। कोरोना काल के बाद पहली बार दर्शकों की मौजूदगी में यह एयर शो हुआ।
- एयर शो की रिहर्सल के दौरान उड़ान तेजस ने दिखाई ताकत।
- राफेल समेत अन्य फाइटर प्लेन ने किया शक्ति का प्रदर्शन
- एयर शो में वायु सेना के बेड़े में शामिल 36 राफेल के साथ एडवांस फोर्थ जनरेशन के मध्यम मल्टी रोल लड़ाकू विमान ने तेजी, तकनीक का प्रदर्शन किया।
- सुखोई-30 एमकेआई फाइटर, ध्रुव और लाइट कॉम्बैट हेलिकॉप्टर (एलसीएच) और लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर (एलयूएच) और ड्रोन शो भी खास आकर्षण रहे।