न ई दिल्ली। जी20 में भारत के शेरपा अमिताभ कांत ने कहा है कि ब्लिट्ज इंडिया को आरंभ हुए अभी एक साल ही हुआ है और इसने रचनात्मक, सकारात्मक विकासपरक पत्रकारिता में नया अध्याय लिखा है, नया मील पत्थर कायम किया है। उन्होंने कहा, मैं यह बताना चाहता हूं कि पिछले सात आठ साल में भारत ने कई मोर्चों पर विकास के, जनकल्याण के कीर्तिमान स्थापित किए हैं लेकिन मीडिया में उन उपलब्धियों को अपेक्षित स्थान या महत्व नहीं मिला। इसलिए उन उपलब्धियों का मैं यहां उल्लेख कर रहा हूं। हां, विभिन्न मुद्दों पर मीडिया ने अनावश्यक सनसनी फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मैं यहां बताना चाहता हूं कि पिछले सात आठ साल में देश में तीन करोड़ मकानों का निर्माण सरकार की ओर से करवाया गया। मोटे तौर पर देखा जाए तो भारत ने मकानों के मामले में नया आस्ट्रेलिया खड़ा कर दिया। आस्ट्रेलिया की आबादी तीन करोड़ है। भारत ने आम जनता के लिए इतने मकान बनवा दिए हैं कि आस्ट्रेलिया के हर नागरिक को व्यक्तिगत रूप से एक मकान दिया जा सकता है।
– 50 करोड़ लोगों को जन आरोग्य सुविधाएं दीं जो पूरे अमेरिका और यूरोप के हर व्यक्ति के मेडिकल इंश्योरेंस के बराबर
– आठ करोड़ पानी के कनेक्शन दिए जो पूरे जर्मनी में मिले कनेक्शनों जितने
– ब्राजील के कुल कनेक्शनों जितने आठ साल में दस करोड़ से अधिक टाॅयलेट कनेक्शन दिए
– कोरोना काल में 145 देशों को 2.2 करोड़ वैक्सीन उपलब्ध करवाईं
भारत में आठ करोड़ से अधिक घरों को पीने के साफ पानी के कनेक्शन दिए गए जो कि पूरे जर्मनी में एक एक घर को मिले कनेक्शनों के बराबर हैं।
केंद्र सरकार ने पिछले आठ साल में दस करोड़ से अधिक टाॅयलेट कनेक्शन उपलब्ध करवाए जिनका तुलनात्मक अध्ययन करें तो यह ब्राजील के कुल टाॅयलेट कनेक्शनों के बराबर है। केंद्र सरकार के विकासक्रम पर आगे चर्चा करते हुए अमिताभ कांत ने कहा कि हाल के वर्षों में देश में 50 हजार किलोमीटर से अधिक लंबी सड़कों का निर्माण करवाया गया जो अमेरिका और पूरे यूरोप में इस अवधि में बनी सड़कों से ज्यादा है।
डिजिटल भुगतान के मामले में भी भारत ने लंबी छलांग लगाई है। हाल की अवधि में देश में अमेरिका से 11 गुणा व चीन से चार गुणा अधिक डिजिटल ट्रांजेक्शन हुआ है। अमिताभ कांत ने कहा कि देश में हाल के वर्षों में बैंकिंग क्षेत्र में इतना विकास हुआ, जितना कोई अन्य देश नहीं कर पाया। दुनिया में जितने बैंक खाते खुलते हैं, उसका आधा भाग भारत के खाते में ही आता है।
अन्य मसलों पर प्रकाश डालते हुए जी20 के शेरपा ने कहा कि कोरोना काल में जब पूरे विश्व में वैक्सीन के लिए त्राहि त्राहि मची हुई थी, तब उस दौर में भारत ने मेडिसिन कैपिटल और वैक्सीन हब बन कर पूरी दुनिया को आशा की किरण दिखाई थी। तब भारत ने 145 देशों को 2.2 करोड़ वैक्सीन उपलब्ध करवा कर महामारी से बचाव में मदद की थी। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्ष के दौरान प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत देश के 50 करोड़ से अधिक लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई गईं जो पूरे अमेरिका और पूरे यूरोप के हर व्यक्त को दी गई मेडिकल इंश्योरेंस के बराबर है। अमिताभ कांत ने कहा, क्या ये उपलब्धियां मीडिया की सुर्खियों में नहीं आनी चाहिए थीं? लेकिन वास्तविकता है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ। इतना कुछ होने के बावजूद मीडिया द्वारा इन उपलब्धियों को आमजन तक पहुंचाने के लिए गंभीरता न दिखाना वाकई बहुत दुखद है। अमिताभ कांत ने कहा कि ब्लिट्ज इंडिया ने इस कमी को पूरा करने के लिए बेहद सार्थक, कारगर और संजीदा प्रयास किए हैं। इसके लिए इस समूह की जितनी प्रशंसा की जाए, कम है। मैं इस समूह के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।
-भारत ने कई मोर्चों पर कीर्तिमान स्थापित किए
– डिजिटल भुगतान में भारत की लंबी छलांग
– भारत बना मेडिसिन कैपिटल और वैक्सीन हब