ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। साउथ सूडान में भारतीय सेना के 1171 जवानों को पीसकीपिंग मिशन में बेहतरीन सेवाएं देने के लिए यूएन मेडल से सम्मानित किया गया है। इनमें 5 महिला सैनिक भी शामिल हैं। अवार्ड सेरेमनी में इस साल पहली बार महिला जवान मेजर जैसमीन चट्ठा ने परेड का नेतृत्व किया। सेरेमनी के बाद उन्होंने कहा कि भारतीय सेना महिलाओं को नेतृत्व करने का मौका देकर दक्षिण सूडान के नागरिकों और महिलाओं को एक मजबूत सन्देश भेज रही है।
सूडान के लोगों की जिंदगी सुधार रहा स्टाफ
साउथ सूडान में भारतीय सेना के जवान लोगों की जान बचाने से लेकर सड़कें बनवाने तक के काम करने में जुटे हैं। यूएन मेडल से सम्मानित होने वाली महिलाओं में भारतीय सेना की एक इंजीनियर करिश्मा कथायत भी हैं। वहां भारतीय सेना के जवान मेडिकल सुविधाएं भी दे रहे हैं। सितम्बर 2022 में भारतीय सेना के मेडिकल स्टाफ ने इमरजेंसी सर्जरी कर 5 बच्चों की जिंदगी बचाई थी। पीसकीपर मेजर अमनप्रीत कौर ने बताया कि अगर सही समय पर उनका इलाज नहीं होता तो उनकी जान जा सकती थी।
175 जवानों को खो चुका भारत
भारतीय जवानों को यूएन मेडल से सम्मानित करते हुए फोर्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मोहन सुब्रमनियन ने कहा कि सेना के सभी जवानों ने बेहतरीन काम किया है। हजारों लोगों को सुरक्षा दी है और उनकी जान बचाई हैं। इस काम को साउथ सूडान हमेशा याद रखेगा।
यूएन डिपार्टमेंट ऑफ पीसकीपिंग के डेटा के मुताबिक यूएन 70 से ज्यादा पीसकीपिंग मिशन अब तक पूरे कर चुका है। इनमें भारतीय सेना ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। इन मिशन में काम करते हुए भारत के सबसे ज्यादा 175 सैनिक शहीद हुए हैं। इन सभी मिशन में भारत सबसे ज्यादा सैनिक भेजने वाले टॉप- 10 मुल्कों में शामिल है।
पाकिस्तानी सैनिकों का किया था इलाज
2012 की एक घटना है जब भारतीय फौजियों ने घायल पाकिस्तानी सैनिकों का इलाज किया था। घटना कॉन्गो की है। वहां पाकिस्तानी सैनिक किसी मुठभेड़ में घायल हो गए थे। उसी देश में भारतीय सैनिक भी तैनात थे। भारतीय सेना की यूनिट गोमा में तैनात थी जहां इलाज के लिए पाकिस्तान के आठ सैनिक और एक अफसर को लाया गया था। यही नहीं बाद में पाकिस्तान के सेक्टर कमांडर ने अस्पताल का दौरा किया और भारतीय ब्रिगेड कमांडर का शुक्रिया किया।
इंडियन आर्मी बेस्ट
यूएन के 120 देशों की आर्मी में इंडियन आर्मी को बेस्ट माना जाता है। 1999 में भारत के 233 जवानों ने 75 दिन घास की रोटी खाकर मिशन पूरा किया था।