ब्लिट्ज विशेष
नई दिल्ली। वरिष्ठ पत्रकार ओम पाठक ने ब्लिट्ज समूह को वर्षगांठ और विस्तार के लिए हार्दिक बधाई दी। उनके संबोधन में समूह के चेयरमैन और समूह संपादक दीपक द्विवेदी के लिए कुछ विशेष था,कुछ आत्मीय था। उन्होंने कहा कि दीपक द्विवेदी के डीएनए में लीक से हटकर कुछ करने का खास जीन आज भी जीवित है। उन्होंने साधन-संसाधन न होने के बावजूद डेवलपमेंट न्यूज के लिए पुराने ब्लिट्ज अखबार को रिवाइव किया। यह बहुत कठिन फैसला था। दीपक जी ने ब्लिट्ज पेपर को रिवाइव करने के लिए हमसे और ब्लिट्ज के पूर्व सहयोगियों से गहन मंत्रणा की थी। हर बार उनके हावभाव और चेहरे की चमक से यही अहसास होता रहा कि दीपक जी हार नहीं मानने वाले। बरसों पहले मुंबई से प्रकाशित होने वाला अखबार ब्लिट्ज, जिसके संपादक आरके करंजिया थे, कुछ अलग हट कर छापने के लिए जाना जाता था। उसकी अलग स्टाइल, स्टांस और पिचिंग होती थी। कई दशक बाद अब दीपक द्विवेदी ने भी कुछ अलग करने की परंपरा को कायम रखा है। आज जबकि सेंसेशनल समाचारों का दौर है, ऐसे में विकास की खबरों की स्वीकार्यता बहुत मुश्किल होती है। यह सब जानते हुए भी दीपक जी ने कदम पीछे नहीं खींचे, आगे बढ़ते गए और आज ब्लिट्ज इंडिया अखबार तेजी से सफलता की सीढ़ियां चढ़ रहा है। दीपक जी बधाई के पात्र हैं। उनका प्रयास पत्रकारिता को नई दिशा देगा।