ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। जिस फार्मूले पर जेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाया जा रहा है अब उसी हाइब्रिड फाइनैंशल मॉडल को अपना कर फिल्म सिटी बसाई जाएगी। जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का फार्मूला उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यमुना फिल्म सिटी में भी अपनाएंगे। लगभग एक हजार हेक्टेयर में बसाई जा रही फिल्म सिटी के पहले चरण पर 6,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी के निर्माण के प्रोजेक्ट की बैठक में देशी-विदेशी 32 कंपनियां प्री बिड में शामिल हुई ं। अब इन सभी कंपनियों की जांच होगी। जांच के बाद जो भी रिपोर्ट आएगी, उसके आधार पर आगे का काम होगा। इसके अलावा कुछ कमियां भी पाई गई हैं जिनको दूर करने का कार्य शुरू किया जा चुका है।
बैठक में इन लोगों ने लिया हिस्सा
इस बैठक में औद्योगिक विकास आयुक्त, उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव सूचना, उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव नियोजन, प्रमुख सचिव एमएसएमई और यमुना अथॉरिटी के सीईओ समेत कई अफसर प्री बिड में शामिल हुए। यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि फिल्म सिटी का ग्लोबल टेंडर निकलने के बाद अभी तक फिल्म सिटी के निर्माण के लिए देश-विदेश की 32 कंपनी लिस्ट में शामिल हो चुकी हैं।
16 दिसंबर को लगेगी अंतिम मुहर
7 नवंबर को हुई प्री बिड मीटिंग में सुझाव और आपित्तयों पर चर्चा हुई। उन्होंने बताया कि इसके बाद 16 दिसंबर को फिल्म सिटी की फाइनल बिड ओपन की जाएगी। जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी बसाने का सपना जल्द पूरा हो सकेगा। यहां पर तमाम तरह की फिल्मों की शूटिंग से लेकर स्टूडियो आदि तक की सभी सुविधाएं एक ही छत के तले होंगी।
32 में से कुछ कंपनियों की लिस्ट
एलएनटी, बालाजी, सुभाष घई, फाक्स, आईडा मैनेजमेंट, श्रीहंस डवलपर्स एंड कंस्टेक्शन प्राइवेट लिमिटेड, ओरियंटल स्टेक्चरल इंजिनियरिंग प्राईवेट लिमिटेड, गिन्ट रॉक मिडिया एंड इंटरटेन्टमेंट, श्री टीवी, बीडीपी, जेटवर्क मैन्यूफैक्चरिंग बिजनेश प्राईवेट लिमिटेड, ग्रीन रीच स्टेट, ओमेक्स लिमिटेड, गोदरेज प्रॉपटी, केईसी इंटरनेशनल लिमिटेड, एम3एम इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, एआरके विजनस, एलएंडटी आदि।
तीन चरणों में विकसित होगी फिल्म सिटी
फिल्म सिटी को तीन चरणों में विकसित किया जाएगा। पहले चरण में फिल्म निर्माण से जुड़ी गतिविधियों को विकसित किया जाएगा। इसके तहत फिल्म स्टूडियो, खुला एरिया, एम्यूजमेंट पार्क, विला आदि विकसित किए जाएंगे। 120 एकड़ में एम्यूजमेंट पार्क, 20-20 एकड़ में फिल्म स्टूडियो बनेंगे। पहले चरण के 80 प्रतिशत हिस्से में केवल फिल्म से जुड़े निर्माण कार्य किए जाएंगे ताकि पहला चरण पूरा होते ही फिल्म की शूटिंग शुरू हो सके। फिल्म सिटी के दूसरे चरण में हास्पिटैलिटी, रिजार्ट और व्यावसायिक गतिविधियों को विकसित किया जाएगा ताकि शूटिंग में आने वाले लोगों को सहूलियत मिले। साथ ही इनसे जुड़े व्यवसायों को बढ़ावा मिले। तीसरे और अंतिम चरण में रिटेल डेवलपमेंट होगा। इस चरण में बचे हुए सारे काम किए जाएंगे।