ब्लिट्ज ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर के दूसरे चरण में एविएशन हब और लॉजिस्टिक पार्क परियोजना के विकास में तेजी आएगी। यमुना प्राधिकरण इन परियोजनाओं से प्रभावित छह गांवों के किसानों को अब तक 3555 करोड़ से अधिक का मुआवजा वितरित कर चुका है। इससे इन दोनों परियोजनाओं में कोई दिक्क त नहीं आएगी।
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि दूसरे चरण के लिए रन्हेरा, कुरैब, करौली बांगर, दयानतपुर, वीरमपुर और मुढरह गांव की 1181.2793 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहीत की गई है। परिसंपत्तियों को मिलाकर यह आंकड़ा 1365 हेक्टेयर है। एयरपोर्ट के प्रथम चरण का काम 1334 हेक्टेयर में चल रहा है। एक रनवे, टर्मिनल बिल्डिंग, एटीसी टावर आदि का निर्माण 29 सितंबर 2024 तक पूरा होना है। सितंबर में उड़ान प्रस्तावित हैं। वहीं, एयरपोर्ट के विस्तार के तहत दूसरे चरण में एविएशन हब और लॉजिस्टिक पार्क को विकसित किया जाना है। अधिग्रहण से प्रभावित छह गांवों के 9000 से अधिक किसानों को मुआवजा वितरित करने के लिए 4897 करोड़ से अधिक की धनराशि उत्तर प्रदेश सरकार सहित अन्य शेयरधारकों नोएडा, ग्रेनो व यमुना प्राधिकरण द्वारा आवंटित की गई है। इसमें से 3555 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा 29 फरवरी तक वितरित किया जा चुका है। शेष धनराशि का वितरण भी तेजी से किया जा रहा है। ऐसे में अब एविएशन हब और लॉजिस्टिक पार्क के विकसित होने में किसी प्रकार की दिक्क त नहीं आएगी। जेवर में निर्माणाधीन एयरपोर्ट का रनवे बनकर तैयार हो गया है।
तीन गांवों को विस्थापित करने की तैयारी
अधिग्रहण से प्रभावित हो रहे छह में से तीन गांवों, नगला हुकम सिंह, रन्हेरा और कुरैब के साढ़े 12 हजार परिवारों को दूसरी जगह बसाने की तैयारी चल रही है। इसके लिए मॉडलपुर और फलैदा बांगर में 212 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। यहां पर प्राधिकरण इन गांवों के निवासियों को रहने के लिए फ्लैट देगा।
सर्विलांस रडार सिस्टम अक्तूबर तक
एयरपोर्ट पर सर्विलांस रडार सिस्टम का काम अक्तूबर तक पूरा होगा। अभी यहां रडार सिस्टम को स्थापित नहीं किया गया है, क्योंकि इसकी खरीद रूस से होनी है। हालांकि, बिना रडार के भी 50-60 उड़ान शुरू की जा सकती है। इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। ऑटोमेटिक डेपेंडेंट सर्विलांस ब्रॉडकास्ट(एडीएस-बी), एडवांस सरफेस मूवमेंट गाइडेंट्स एंड कंट्रोल सिस्टम, ऑटोमेशन सिस्टम और सरफेस मूवमेंट रडार का काम अगस्त तक पूरा हो जाएगा।