ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ/इंदौर। सर्वश्रेष्ठ स्मार्ट सिटी के मामले में उत्तर प्रदेश देश के टॉप थ्री राज्यों में चुना गया है। आगरा देश का तीसरा सर्वश्रेष्ठ स्मार्ट शहर बन गया है। केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इंडिया स्मार्ट सिटी कान्क्लेव 2023 में उत्तर प्रदेश को विभिन्न श्रेणियों में 10 पुरस्कार हासिल हुए हैं। पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यूपी को सर्वश्रेष्ठ राज्य श्रेणी में तीसरे स्थान पर आने पर पुरस्कृत किया।
वहीं नॉर्थ जोन में वाराणसी को सर्वश्रेष्ठ स्मार्ट सिटी में नंबर वन पायदान पर रखते हुए पुरस्कृत किया गया है। समारोह में प्रदेश के अन्य शहरों को भी अलग-अलग श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया है। प्रदेश सरकार की ओर से प्रमुख सचिव नगर विकास विभाग अमृत अभिजात, व स्मार्ट सिटी मिशन डायरेक्टर धर्मेन्द्र प्रताप सिंह ने पुरस्कार ग्रहण किया।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी नगर निगमों में स्मार्ट सिटी के साथ-साथ सेफ सिटी बनाये जाने का कार्य भी प्रगति पर है। इनमें इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर, आईटी के विभिन्न कम्पोनेंट, सीसीटीवी इत्यादि तथा महिलाओं, वृद्धों, दिव्यांगों व बच्चों के लिए जरूरी सुविधायें और सेवाएं उपलब्ध कराये जाने की कार्रवाई जारी है। इन प्रयासों का परिणाम भी धरातल पर दिखाई देने लगा है।
स्मार्ट सिटी शहरों की रैंकिंग में प्रदेश के 2 शहर (आगरा व वाराणसी) निरन्तर प्रथम 10 शहरों व तीन शहर (आगरा, वाराणसी व कानपुर) प्रथम 20 शहरों में शामिल रहते हैं।
– नार्थ जोन के 10 लाख से अधिक की आबादी वाले स्मार्ट सिटी शहरों में वाराणसी स्मार्ट सिटी को प्रथम स्थान
– कानपुर को पालिका स्पोर्ट स्टेडियम के आधुनिकीकरण व विकास कार्य को तीसरा स्थान
– रोजगार ट्रेनिंग सेन्टर कार्य के लिए लखनऊ को तृतीय स्थान
9 हजार करोड़ से ज्यादा की परियोजनाएं
स्मार्ट सिटी मिशन के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश के 10 शहर आगरा, अलीगढ़, बरेली, झांसी, कानपुर, लखनऊ, मुरादाबाद, प्रयागराज, सहारनपुर और वाराणसी शामिल हैं। इन शहरों में 9313.45 करोड़ रुपए की लागत से स्वच्छता, जलापूर्ति, पथ-प्रकाश, सीवरेज जैसी बेहतर नागरिक सुविधाओं के साथ-साथ स्मार्ट मार्ग, स्मार्ट पार्किंग, पार्को एवं वाटर बॉडीज की कुल 670 परियोजएं प्रस्तावित हैं। अब तक 5889.14 करोड़ रुपए की 456 परियोजनाओं को पूरा कर लिया गया है, 3424.31 करोड़ रुपये की लागत से 214 कार्य प्रगति पर हैं।
इसमें भी प्रदेश के आगरा, कानपुर, वाराणसी व झांसी को पूर्ण धनराशि प्राप्त हो चुकी है, जबकि लखनऊ, बरेली, प्रयागराज व अलीगढ़ द्वारा मात्र अन्तिम किस्त की धनराशि प्राप्त की जानी है।