ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। दुश्मन के छक्के छुड़ाने के लिए स्वदेश निर्मित और ब्रह्मोस व बराक मिसाइलों से लैस विध्वंसक युद्धपोत मोरमुगाओ भारतीय नौसेना में शामिल हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नौसेना डॉकयार्ड, मुंबई में इसे नौसेना में शामिल किया । इससे भारतीय नौसेना की हिंद महासागर में धमक बढ़ेगी तथा देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा और चाकचौबंद होगी।
इस विध्वंसक युद्धपोत को भारतीय नौसेना के ‘वॉरशिप डिजाइन ब्यूरो’ ने डिजाइन किया है और निर्माण मझगांव डॉक शिप बिल्डर्स लिमिटेड, मुंबई द्वारा किया गया । आईएनएस मोरमुगाओ का नाम पश्चिमी तट पर गोवा के ऐतिहासिक बंदरगाह शहर के नाम पर रखा गया है। आईएनएम मोरमुगाओ पिछले साल 19 दिसंबर को पहली बार समुद्र में उतरा था। इसी दिन गोवा में पुर्तगाली शासन से मुक्ति पाने के 60 साल पूरे हुए थे।
7400 टन वजनी
भारत में निर्मित शक्तिशाली युद्धपोतों में से एक आईएनएस मोरमुगाओ की लंबाई 163 मीटर और चौड़ाई 17 मीटर है और इसका वजन 7,400 टन है। जहाज चार शक्तिशाली गैस टर्बाइन से लैस है और 30 समुद्री मील से अधिक की गति से चल सकता है।
मोरमुगाओ की खूबियां
आईएनएस मोरमुगाओ ब्रह्मोस और बराक-8 जैसी मिसाइलों से लैस है। इसमें इजराइल का रडार एमएफ-स्टार लगा है, जो हवा में लंबी दूरी के लक्ष्य का पता लगा सकता है। 127 मिलीमीटर गन से लैस आईएनएस मोरमुगाओ 300 किलोमीटर दूर से लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। इस पर एके-630 एंटी मिसाइल गन सिस्टम लगा है। साथ ही यह एंटी सबमरीन रॉकेट लांचर से भी लैस है।