ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत को जी 20 की अध्यक्षता मिलने से संबंधित पहलुओं पर चर्चा करने के लिए दिल्ली में सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कई मुख्यमंत्रियों समेत देशभर के प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की जी 20 की अध्यक्षता पूरे देश की है और यह पूरी दुनिया को भारत की ताकत दिखाने का अनूठा अवसर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत के प्रति वैश्विक जिज्ञासा और आकर्षण है, जो भारत की जी 20 की अध्यक्षता की क्षमता को और बढ़ाता है।
टीम वर्क का महत्व
प्रधानमंत्री ने टीमवर्क के महत्व पर जोर दिया और विभिन्न जी20 आयोजनों में सभी नेताओं से सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि जी 20 की प्रेसीडेंसी पारंपरिक बड़े महानगरों से परे भारत के कुछ अन्य हिस्सों को प्रदर्शित करने में मदद करेगी, इस प्रकार हमारे देश के प्रत्येक हिस्से की विशिष्टता को सामने लाएगी। प्रधानमंत्री ने पर्यटन को बढ़ावा देने और उन स्थानों की स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की क्षमता पर ध्यान दिलाया, जहां जी20 बैठकें आयोजित की जाएंगी।
प्रधानमंत्री के संबोधन से पूर्व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, ममता बनर्जी, नवीन पटनायक, अरविंद केजरीवाल, वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी, सीताराम येचुरी, चंद्रबाबू नायडू, एम. के. स्टालिन, एडप्पादी के. पलानीस्वामी, पशुपतिनाथ पारस, एकनाथ शिंदे और के. एम. कादर मोहिदीन समेत विभिन्न राजनीतिक नेताओं ने भारत की जी20 अध्यक्षता पर अपने विचार रखे।
प्राथमिकता के पहलू
गृह मंत्री अमित शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी भारत की जी20 प्राथमिकताओं के पहलुओं को विस्तार से बताया।
बैठक में उपस्थित अन्य नेताओं में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, डॉ. एस. जयशंकर, पीयूष गोयल, प्रह्लाद जोशी, भूपेंद्र यादव और पूर्व पीएम एच.डी. देवेगौड़ा भी शामिल थे।