ब्लिट्ज ब्यूरो
बेंगलुरू। पीएम मोदी ने भारत की जी20 अध्यक्षता के तहत बेंगलुरू में वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की पहली बैठक को संबोधित किया। पीएम मोदी ने बैठक के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा ”अब यह दुनिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं और मौद्रिक प्रणालियों के संरक्षकों पर निर्भर है कि वे वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता, विश्वास और विकास को वापस लाएं।”
उन्होंने कोरोना महामारी और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसके बाद के प्रभावों के साथ-साथ बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में व्यवधान, बढ़ती कीमतों, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, अस्थिर ऋण स्तर और आदि के उदाहरण दिए। पीएम मोदी ने भारत की अर्थव्यवस्था के भविष्य के बारे में भारतीय उपभोक्ताओं और उत्पादकों के आशावाद पर प्रकाश डाला। इसके साथ-साथ उन्होंने आशा व्यक्त की कि सदस्य प्रतिभागी उसी सकारात्मक भावना को वैश्विक स्तर पर प्रसारित करते हुए प्रेरणा प्राप्त करेंगे।
प्रधानमंत्री ने जी20 के सदस्यों से दुनिया के सबसे कमजोर नागरिकों पर अपनी चर्चा केंद्रित करने का आग्रह किया और इस बात पर जोर दिया कि वैश्विक आर्थिक नेतृत्व एक समावेशी एजेंडा बनाकर ही दुनिया का विश्वास वापस जीत सकता है।
उन्होंने आगे कहा, “हमारी जी20 अध्यक्षता का विषय इस समावेशी दृष्टि को बढ़ावा देता है – एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य।” उन्होंने जलवायु परिवर्तन और उच्च ऋण स्तरों जैसी वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के लिए बहुपक्षीय विकास बैंकों को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया।