ब्लिट्ज ब्यूरो
चंडीगढ़। हरियाणा अब देश की परमाणु ऊर्जा में योगदान देगा। केंद्र सरकार उत्तर भारत का पहला न्यूक्लियर प्लांट हरियाणा में स्थापित करने जा रही है। यह प्लांट हरियाणा के फतेहाबाद जिले के गोरखपुर में बनाया जाएगा। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने इसकी घोषणा करते कहा कि यह हरियाणा के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत की परमाणु क्षमता बढ़ाने की प्राथमिकता के अनुरूप यह प्लांट होगा। पिछले 8 साल में देश की सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बड़े फैसले ले चुके हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 10 परमाणु रिएक्टरों की स्थापना के लिए मोदी सरकार द्वारा पहले ही मंजूरी दी जा चुकी है।
पीएसयू के साथ लगेगा प्लांट
जितेंद्र सिंह के अनुसार हरियाणा में परमाणु ऊर्जा विभाग को परमाणु ऊर्जा संयंत्र खोलने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) के साथ संयुक्त उद्यम बनाने की अनुमति दी गई है। आने वाले समय के लिए यह क्षेत्र आशाओं से भरा हुआ है। इन प्रोजेक्टों के जरिए देश अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करेगा।
अभी तक सीमित थे संयंत्र
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना प्रमुख उपलब्धियों में से एक होगी। परमाणु ऊर्जा विभाग के बयान के अनुसार ऐसे संयंत्र पहले तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश जैसे दक्षिण भारतीय राज्यों या महाराष्ट्र तक ही सीमित थे।
वित्तीय प्रगति
विभाग के बयान के अनुसार परमाणु ऊर्जा के लिए कुल आवंटित राशि 20,594 करोड़ रुपए में से अब तक 4,906 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। बयान में कहा गया है कि आज की तारीख में कुल वित्तीय प्रगति 23.8 प्रतिशत है।
अहम कार्य प्रगति पर
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि गोरखपुर हरियाणा अनु विद्युत परियोजना (जीएचएवीपी) में 700 मेगावाट क्षमता की दो इकाइयां स्थापित होंगी, जिनमें से प्रत्येक में प्रेशराइज्ड हेवी वाटर रिएक्टर (पीएचडब्ल्यूआर) स्वदेशी डिजाइन का होगा।
विभाग के बयान में कहा गया है कि आज की तारीख में कुल वित्तीय प्रगति 23.8 प्रतिशत है। अन्य मुख्य संयंत्र भवनों या संरचनाओं का निर्माण, अर्थात अग्नि जल पंप हाउस (एफडब्ल्यूपीएच), सुरक्षा से संबंधित पंप हाउस (एसआरपीएच), ईं ंधन तेल भंडारण क्षेत्र, वेंटिलेशन स्टैक, ओवरहेड टैंक (ओएचटी), स्विचयार्ड नियंत्रण भवन और अन्य अहम कार्य प्रगति पर हैं।
खरीद आदेश पहले ही जारी
विभाग के बयान के अनुसार, प्रमुख लंबे विनिर्माण चक्र उपकरण/घटकों जैसे प्राथमिक शीतलक पंप, कैलेंड्रिया, रिएक्टर हेडर, ईं ंधन भरने वाली मशीन के प्रमुख, मॉडरेटर और अन्य हीट एक्सचेंजर्स आदि के लिए खरीद आदेश पहले ही जारी किए जा चुके हैं। बयान में जोड़ा गया अंतिम ढाल और पहली इकाई के लिए सभी भाप जनरेटर साइट पर प्राप्त किए गए हैं।