ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी ओलंपियन से दिल खोलकर बातचीत की। जारी किए गए वीडियो में शटलर लक्ष्य सेन ने उन्हें बताया कि उनके कोच प्रकाश पादुकोण ने उनका मोबाइल ले लिया था। इस दौरान मोदी ने खिलाड़ियों से चुटकी लेते हुए पूछा, पेरिस में एसी न होने से किस किसने मुझे कोसा। इस पर कोई अपनी हंसी नहीं रोक सका।
मोदी ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के बाद ओलंपिक दल की मेजबानी की थी। इस दौरान बातचीत के वीडियो को प्रधानमंत्री द्वारा साझा किया गया।
…तब लक्ष्य छोटे थे
लक्ष्य सेन से मोदी बोले, जब मैं लक्ष्य से पहली बार मिला था, तब वह बहुत छोटा था। अब बड़ा हो गया है। आपको पता है कि अब आप एक सेलिब्रिटी बन गए हो। लक्ष्य ने कहा, जी सर लेकिन मैचों के दौरान प्रकाश सर ने मेरा फोन ले लिया था और कहा था कि मैच पूरा होने के बाद ही मिलेगा। इसलिए बाद में मुझे पता चला कि सभी ने मेरी कितनी हौसला अफजाई की।
अगली बार प्रकाश सर को ही भेजूंगा
प्रधानमंत्री ने मजाक में कहा, अगर प्रकाश सर इतने अनुशासनप्रिय थे तो अगली बार उनको ही भेजूंगा। भारतीय हॉकी कप्तान हरमनप्रीत को ‘सरपंच साहब’ संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने पूछा कि ब्रिटेन के खिलाफ शुरू में ही दस खिलाड़ियों पर सिमट गए तो क्या हौसला टूटा था।
ऐसा ओलंपिक इतिहास में कभी नहीं हुआ
हरमनप्रीत ने कहा, हमारे कोचिंग स्टाफ ने हर परिस्थिति के लिए हमें तैयार किया था। टीम का जोश और बढ़ गया था। ऐसा ओलंपिक इतिहास में कभी नहीं हुआ (दस खिलाड़ियों के साथ 42 मिनट खेलकर जीत)। हमने 52 साल बाद बड़े टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया को भी हराया।
ब्रिटेन से प्रतिद्वंद्विता तो 150 साल से चली आ रही है
ब्रिटेन से प्रतिद्वंद्विता पर मोदी ने हंसते हुए कहा, यह तो 150 साल से चली आ रही है। खेल गांव में खिलाड़ियों के लिए 40 एसी के बंदोबस्त पर मोदी ने हंसते हुए पूछा, किस किसने मुझे इसके लिए कोसा था। कमरों में एसी नहीं थे और गर्मी भी थी। आपमें से किसने पहले बोला कि मोदी बड़ी- बड़ी बातें करता है पर हमारे कमरों में एसी नहीं है। उन्होंने कहा, लेकिन मुझे पता चला कि कुछ घंटे में काम हो गया था। हमने आपको सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं देने की कोशिश की।
‘खेलों में कोई हारता नहीं, सीखता है’
प्रधानमंत्री ने कहा, जो जीते नहीं, वे हार को दिमाग से निकाल दें। खेलों में कोई हारता नहीं है, सीखता है। भारत 2036 ओलंपिक की मेजबानी की तैयारी कर रहा है। आपने वहां कई चीजें देखी होंगी, ओलंपिक की योजना से तमाम सुविधाओं तक, खेल प्रबंधन से इवेंट प्रबंधन तक। आपने जो जो देखा, उसे लिखिए ताकि ये सभी छोटी छोटी बातें हमें तैयारी में मदद करें।