संजय द्विवेदी
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक में कहा कि ‘फैमिली आइडी’ परिवार की हर जरूरत को पूरा करने का माध्यम बनेगी। प्रदेश के हर परिवार को सरकार की योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने व प्रत्येक परिवार के न्यूनतम एक सदस्य को रोजगार-सेवायोजन से जोड़ने के लिए फैमिली आइडी जारी की जा रही है।
15.07 करोड़ लोग पा रहे लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में लगभग 3.60 करोड़ परिवार के 15.07 करोड़ लोग राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का लाभ पा रहे हैं। इन परिवारों की राशनकार्ड संख्या ही फैमिली आइडी है। इसके अलावा एक लाख से अधिक गैर राशन कार्ड धारकों को फैमिली आइडी जारी की जा चुकी है। ऐसे परिवार जो राशन कार्ड धारक नहीं हैं, उनके लिए वेबसाइट (https://familyid. up.gov.in) पर पंजीयन कर परिवार आइडी प्राप्त करने की व्यवस्था है।
इस योजना का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। प्रदेश का कोई भी परिवार इससे वंचित न रहे। योगी ने कहा कि एक परिवार-एक पहचान योजना के तहत प्रत्येक परिवार को एक विशिष्ट पहचान जारी की जा रही है, जिससे राज्य की परिवार इकाइयों का डाटाबेस स्थापित होगा। यह डाटाबेस लाभार्थीपरक योजनाओं के प्रबंधन, पारदर्शी संचालन एवं योजना का शत-प्रतिशत लाभ पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने में सहायक होगा।
– जाति व आय प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया को सरल बनाएं अधिकारी
25 करोड़ जनता को मिले लाभ
फैमिली आइडी का लाभ 25 करोड़ जनता को मिलना चाहिए। इसके डाटाबेस के आधार पर रोजगार से वंचित परिवारों काे चिह्नित कर उन्हें रोजगार के अवसर प्राथमिकता पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
76 योजनाओं/सेवाओं को जोड़ा जा चुका
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित 76 योजनाओं/ सेवाओं को फैमिली आइडी से जोड़ा जा चुका है। शेष सभी लाभार्थीपरक योजनाओं को इससे जल्द जोड़ा जाए। सभी लाभार्थीपरक योजनाओं/सेवाओं के आनलाइन आवेदन में आधार आवेदन एवं प्रमाणीकरण अनिवार्य किया जाना चाहिए। इससे फैमिली आइडी की कवरेज बढ़ाने में सहायता मिलेगी। आईटीआई, पाॅलिटेक्निक एवं अन्य उच्च शिक्षण संस्थानों में नए प्रवेश के समय आधार प्रमाणीकरण कराएं, बाद में परिवार आइडी से जोड़ दें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जाति और आय प्रमाण पत्र जारी करने में अनावश्यक विलंब न करने के निर्देश दिए। प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया सरल की जाए। हर परिवार को मिल रही सरकारी योजनाओं के लाभ का पूरा विवरण दर्शाते हुए परिवार का पासबुक भी तैयार कराया जाए। पासबुक व परिवार आइडी जारी करने से पूर्व परिवार के संबंध में सभी जानकारी को विधिवत प्रमाणित कर ली जाए।