ब्लिट्ज ब्यूरो
सूरत। गुजरात के सूरत में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे तीन छात्रों ने भविष्य की एक ऐसी कार ईजाद की है, जिसमें न टायर हैं और न ही स्टेयरिंग। फुली इलेक्टि्रक यह कार एक बार चार्ज होने पर 35 किमी की रफ्तार से 80 किमी तक चलेगी। कैप्सूल की शक्ल वाली इस कार को एक आदमी के बैठने लायक बनाया गया है। कबाड़ के सामान को एसेंबल कर बनाई गई इस कार को बनाने में कुल 65 हजार रुपये की लागत आई है।
और कम हो सकती है कीमत
जब इस कार को बल्क में बनाया जाएगा तो इसकी लागत और भी कम हो सकती है। इसे भविष्य की कार कहा जा रहा है। इस कार को बनाने वाले छात्र शिवम मौर्या, संगम मिश्रा और दलजीत के मुताबिक भविष्य में लोगों को ऐसी ही कारों की जरूरत होगी। इस कार का डिजाइन भी लोगों की जरूरत को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। इस कार को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से भी चलाया जा सकेगा।
कबाड़ से बनाई कार
छात्रों के मुताबिक इस कार को बनाने के लिए कुछ सामान तो खरीदे गए हैं लेकिन बाकी सारा सामान कबाड़ से उठाया गया है। छात्रों के मुताबिक बिना टायर और स्टेयरिंग की इस कार को ड्राइव करने के लिए गेमिंग जॉयस्टिक और मोबाइल डिवाइस का इस्तेमाल किया जाएगा।
यह है आकार
चार फीट लंबी और छह फीट चौड़ी इस कार में एक आदमी के बैठने के अलावा थोड़ा बहुत सामान रखने की जगह दी गई है।
भीड़भाड़ में कारगर होगी
संरचना में कैप्सूल की तरह नजर आने वाली इस कार को घर से बाजार जाने या ऑफिस आने जाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इन छात्रों के मुताबिक निकट भविष्य में सड़कों पर बड़ी गाड़ियों के चलने के लिए जगह बहुत कम रह जाएगी। खासतौर पर भीड़भाड़ वाले इलाकों में बड़ी गाड़ियों से आना जाना मुश्किल हो सकता है। ऐसे में यह कैप्सूल कार लोगों के लिए काफी मददगार साबित होगी। यह पूर्ण रूप से इलेक्टि्रक ऑटोमोबाइल कार है। इस गाड़ी के प्रचलन में आने के बाद प्रदूषण से भी काफी राहत मिलेगी।