ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी असम के काजीरंगा नेशनल पार्क में जंगल सफारी के लिए पहुंचे। यहां उन्होंने जीप से काजीरंगा की प्राकृतिक खूबसूरती को देखा। इसके बाद पीएम ने हाथी की सवारी भी की। उनके दौरे से जुड़ी तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि वह जंगल सफारी का पूरा आनंद ले रहे हैं। उन्होंने काजीरंगा नेशनल पार्क की खूबसूरती को अपने कैमरे में भी कैद किया।
प्रधानमंत्री ने यहां नेशनल पार्क की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों से भी मुलाकात की।
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा घोषित विश्व धरोहर स्थल की अपनी पहली यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले उद्यान के ‘सेंट्रल कोहोरा रेंज’ के मिहिमुख क्षेत्र में हाथी की सवारी की और उसके बाद उसी रेंज के अंदर जीप सफारी की।
उन्होंने कहा, मुझे काजीरंगा नेशनल पार्क की विशालता, उसकी प्राकृतिक सुंदरता को करीब से देखने और जानने का अवसर मिला। काजीरंगा अपनी तरह का अनूठा नेशनल पार्क और टाइगर रिजर्व है।
गैंडों की स्थिति में सुधार
काजीरंगा नेशनल पार्क में गैंडों की स्थिति पर पीएम मोदी ने कहा, दुर्भाग्य से पिछली सरकारों ने असंवेदनशीलता के कारण असम की पहचान, उसके गैंडों को खतरे में डाल दिया था। अकेले 2013 में यहां 27 गैंडों का शिकार किया गया, लेकिन हमारी सरकार लोगों के सहयोग से गैंडों को बचाने के लिए काम कर रही है। विशेष रूप से 2022 में शिकार किए गए गैंडों की संख्या शून्य थी।
विरासत भी-विकास भी : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में 17,500 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने असम के जोरहाट में महान अहोम सेनापति लचित बोरफुकन की 125 फुट ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ वेलर’ (बहादुरी की प्रतिमा) का उद्घाटन किया।
जनता को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, आज मुझे असम के लोगों के लिए साढ़े 17 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने का सौभाग्य मिला है। इनमें स्वास्थ्य, आवास और पेट्रोलियम से जुड़े प्रोजेक्ट्स हैं। इनसे असम में विकास की गति और भी तेज होगी।
कई क्षेत्रों में होगा विकास
पीएम मोदी ने कहा, असम के प्रति ये अगाध प्रेम मेरे लिए बहुत बड़ी पूंजी है। उन्होंने कहा, ‘विरासत भी-विकास भी’, हमारी डबल इंजन सरकार का मंत्र रहा है। विरासत के संरक्षण के साथ ही असम की डबल इंजन सरकार यहां के विकास के लिए भी उतनी ही तेजी से काम कर रही है। इंफ्रास्ट्रक्चर, स्वास्थ्य और ऊर्जा के क्षेत्र में असम ने अभूतपूर्व तेज गति दिखाई है।
पीएम आवास योजना का किया जिक्र
पीएम ने कहा, आज असम के मेरे साढ़े 5 लाख परिवारों का अपने पक्के मकान का सपना पूरा हुआ है। आप सोचिए, एक राज्य में साढ़े 5 लाख अपनी पसंद के, अपनी मालिकी के पक्के घर में जा रहे हैं। मुझे खुशी है कि पीएम आवास योजना के तहत दिए गए ज्यादातर घर महिलाओं के नाम रजिस्टर्ड किए गए हैं। अब घर की मालकिन मेरी माताएं-बहनें बनी हैं। उन्होंने कहा, 2014 के बाद असम में कई ऐतिहासिक परिवर्तनों की नींव रखी गई।
असम में भूमिहीन 2.50 लाख मूल निवासियों को जमीन के अधिकार दिए गए। आजादी के बाद 7 दशकों तक चाय बागान में काम करने वाले मजदूरों को बैंकिंग सिस्टम से नहीं जोड़ा गया था। हमारी सरकार ने ऐसे करीब 8 लाख वर्कर्स को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ना शुरू किया।