ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के बाद से राष्ट्रपति जो बाइडन भारत के साथ दोस्ती को लगातार गहरी कर रहे हैं। भारत ने अमेरिका का नजरिया ही बदल दिया है। ताजा मामले में अमेरिकी सीनेट ने प्रस्ताव पारित कर अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग बताया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के बाद अमेरिका भारत से दोस्ती को और प्रगाढ़ करने वाला हर कदम उठा रहा है। इस कड़ी में अमेरिकी संसद की एक समिति ने अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग बताने वाला प्रस्ताव पारित किया है। अमेरिका के इस प्रस्ताव से चीन की बौखलाहट बढ़ गई है। अमेरिका ने भारत के उस दावे का खुला समर्थन किया है, जिसमें वह अरुणाचल प्रदेश को अपना अभिन्न अंग बताता रहा है।
अमेरिकी संसद में यह प्रस्ताव सांसद जेफ मर्कले, बिल हेगेर्टी, टिम काइने और क्रिस वान होलेन ने पेश किया। मीडिया को जारी बयान में कहा गया है कि प्रस्ताव में इस बात की पुन: पुष्टि की गई है कि अमेरिका मैकमोहन लाइन को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) और भारत के राज्य अरुणाचल प्रदेश के बीच अंतरराष्ट्रीय सीमा के तौर पर मान्यता देता है। इससे चीन का यह दावा कमजोर होता है कि अरुणाचल का अधिकतर हिस्सा पीआरसी का है। इस प्रस्ताव को अब मतदान के लिए सीनेट में पेश किया जाएगा। सांसद मर्कले ने कहा, ‘‘स्वतंत्रता और नियम आधारित व्यवस्था का समर्थन करने वाले अमेरिकी मूल्य दुनियाभर में हमारे सभी कार्यों और संबंधों के केंद्र में होने चाहिए, खासतौर पर तब, जब पीआरसी सरकार एक वैकल्पिक दृष्टिकोण अपना रही है।
मर्कले चीन से जुड़े मामलों पर अमेरिकी संसद की एक समिति के सह-अध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा, ‘‘समिति द्वारा उक्त प्रस्ताव को पारित करना इस बात को और पुष्ट करता है कि अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न हिस्सा मानता है, न कि चीन का। इसके साथ ही यह क्षेत्र और समान विचारधारा वाले अंतरराष्ट्रीय साझेदारों को मजबूत सहयोग प्रदान करने की अमेरिकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।’’ सांसद कॉर्ने ने कहा, ‘‘भारत और चीन के बीच साझा सीमा को लेकर तनाव बढ़ रहा है। ऐसे में अमेरिका को स्वतंत्र एवं खुले हिंद-प्रशांत का समर्थन करके लोकतंत्र की रक्षा के लिए मजबूती से खड़े रहना होगा।’’