ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। पद्मश्री सोमा घोष ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस से मांग की है कि शास्त्रीय कलाकारों और वाद्य यंत्रों का संरक्षण करते हुए उन्हें सम्मान दिया जाना चाहिए। नड्डा और फड़नवीस पद्मश्री पुरस्कार विजेता सोमा घोष के यहां चाय के लिए पहुंचे थे। साेमा ने कहा चायपान के दौरान मौका पाते ही मैंने आज के शास्त्रीय कलाकारों और लुप्त प्रायः वाद्य यंत्रों की दयनीय स्थिति पर बात की और उन्हें बचाने की मांग की। नड्डा ने कहा कि इस पर एक मिशन चलना चाहिए और हम आपके साथ हैं। फड़नवीस ने कहा कि अगर आपके पास शास्त्रीय संगीत को समृद्ध करने की कोई विशेष योजना है तो हमें जरूर बताएं, शेयर करें, हम जरूर सहयोग करेंगे। सोमा ने बताया कि ऐसी बातों से मेरा उत्साह बढ़ गया और मैं जल्द से जल्द उनसे मिलने जाऊंगी।
सोमा घोष ने बताया कि मुझे दिल्ली में बताया गया था कि भारतीय जनता पार्टी के प्रेसिडेंट जे. पी. नड्डा और देवेन्द्र फडनवीस हमारे घर मुंबई में चाय पीने के लिए आने वाले हैं, पहले तो विश्वास ही नहीं हुआ, फिर जब बात समझ में आई तो रात को ही फ्लाइट पकड़कर मुंबई आ गई। सोमा ने बताया कि दिन भर के इंतजार के बाद शाम को निर्धारित समय पर नड्डा, फड़नवीस और आशीष शेलार आए। पूरा इलाका उनकी राह देख रहा था। उनके साथ अन्य वरिष्ठ नेता भी आए। अतुल भातखलकर, चंद्रशेखर बवांकुले, कृपाशंकर सिंह, जयप्रकाश ठाकुर तथा विनोद शेलर भी आए थे। उनके साथ विशेष अतिथि के रूप में थे अभिनेता, निर्देशक और निर्माता धीरज कुमार। सम्मान से अभिभूत सोमा घोष ने कहा कि नड्डा और फड़नवीस के साथ ऐसे विशिष्ट अतिथियों का मुझ से मिलने आना, सभी शास्त्रीय कलाकारों के लिए बड़े सम्मान की बात है।