मुंबई। बिहार, त्रिपुरा और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल और देश के सर्वोच्च प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार विजेता डॉ. डीवाई पाटिल की गणना प्रसिद्ध शिक्षाविद् और परोपकारी के रूप में होती है। उन्होंने हमेशा कहा कि भारत में युवाओं को एक बड़े मंच की आवश्यकता है जो विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में खुद को शिक्षित करने के लिए बहुआयामी उच्च अवसर प्रदान करे। उन्होंने पूरे भारत में शिक्षा फैलाने के लक्ष्य की कल्पना की और वर्ष 1983 में नवी मुंबई में रामराव आदिक इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आरएआईटी) नामक पहले इंजीनियरिंग कॉलेज से अपने मिशन की शुरुआत की। डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी की स्थापना के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनके मार्गदर्शन में पाटिल ग्रुप शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और खेल के क्षेत्र में नित नई ऊंचाइयां छू रहा है।
इन ऊंचाइयों को नया आयाम देने का काम किया है समाजशास्त्री शिवानी पाटिल ने। शिवानी पाटिल डीवाई पाटिल समूह का नेतृत्व करने वाली मार्गदर्शक शक्ति व इसकी प्रबंध ट्रस्टी एवं वाइस प्रेसीडेंट हैं। शिवानी पाटिल के बड़े लक्ष्यों के प्रति बेजोड़ जुनून ने संस्थान को नई ऊंचाई तक पहुंचाने में मदद की है। शिवानी पाटिल का मिशन है भारत को विकसित बनाना। इसके लिए उच्चस्तरीय शिक्षा को उन्होंने अपना माध्यम बनाया और इस लक्ष्य को पाना अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता। इसके अलावा विविध प्रयासों एवं कार्यक्रमों के जरिए शिवानी पाटिल ने नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी अपनी खास पहचान बनाई है।
शिवानी पाटिल ने अपने प्रयासों से शिक्षा क्षेत्र के साथ-साथ सोशल सर्विस, सोशल अवेयरनेस, एजुकेशन व अवेकनिंग के क्षेत्र की नई परिभाषा ही गढ़ दी है। 21वीं सदी के विकसित, वाइब्रेंट सोशल स्ट्रक्चर को आम जनमानस की दिनचर्या का हिस्सा बनाने में शिवानी पाटिल का योगदान अविस्मरणीय रहा है। डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी को प्रोफेशनल कंपीटेंसी एवं प्लेसमेंट सक्सेस का पर्याय बनाने का महासंकल्प शिवानी पाटिल के हर कदम में साफ झलकता है।
डीवाई पाटिल समूह ने जिन लक्ष्यों को पाने का अपना मिशन बनाया था, उस मिशन को हासिल करने में शिवानी पाटिल बिना रुके अपना योगदान दे रही हैं। उन्होंने सुनिश्चित किया है कि डीवाई पाटिल समूह की टीम का प्रत्येक सदस्य अपने आप को इस तरह तैयार करे कि विकसित भारत और समाज कल्याण के लिए अपना अधिक से अधिक योगदान दे सके। शिवानी पाटिल बताती हैं कि डीवाई पाटिल ग्रुप में हमने हमेशा इस बात पर विशेष ध्यान दिया है कि अपने छात्रों को सीखने का सबसे आदर्श माहौल कैसे प्रदान करें। उन्होंने कहा कि डीवाई पाटिल समूह में हमें छात्रों को ऐसा वातावरण प्रदान करता है जो उन्हें उत्साह और ऊर्जा के साथ जीवन में आगे बढ़ने के लिए मदद करे।
शिवानी पाटिल ने विश्वास जताया कि डीवाई पाटिल समूह भारत और दुनिया भर के छात्रों के सामने मौजूद संभावनाओं के विशाल सागर में एक नई लहर बनकर उभरेगा। आज नए विचारों और मजबूत नेतृत्व की देश को सख्त जरूरत है। हमारा मिशन है कि ऐसे छात्रों को बढ़ावा दें जो इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हों। इसके लिए हमें उन शिक्षकों को भी सशक्त बनाना है जो उच्चतम स्तर की शिक्षा प्रदान करने के साथ प्रेरक वातावरण भी तैयार करें।
शिक्षा में उत्कृष्टता की पर्याय डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी
नवी मुंबई के ठाणे जिले के नेरुल में सुरम्य परिसर में स्थित डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता की पर्याय है। 17 साल पहले अपनी स्थापना के बाद से डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व बदलाव किए हैं और छात्रों व शिक्षकों के असाधारण कौशल के बूते व्यावसायिक दक्षता वृद्धि एवं सफलता देखी है। विश्वविद्यालय का दृष्टिकोण भारत में उच्च शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के सभी क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना है। विश्वविद्यालय भविष्य के अग्रदूतों को तैयार करने में विश्वास रखता है, जो भारत को शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और खेल के लिए एक वैश्विक मंच में बदलने का दृष्टिकोण व संकल्प रखते हों।
हर साल लगभग 15,000 छात्र इसके पोर्टल की शान बढ़ाते हैं। डीवाई पाटिल यूनिवर्सिटी पूर्व छात्रों के एक चमकदार नेटवर्क का भी दावा करता है जो विश्वविद्यालय के आदर्शों की गवाही देते हैं। उनमें से प्रत्येक हमारे समाज का पथप्रदर्शक है, जो जुनून, समर्पण और इच्छाशक्ति से इस दुनिया का चेहरा बदलने में सक्षम है।
महिलाओं के विकास व कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं शिवानी
डीवाई पाटिल ग्रुप के डायरेक्टर डॉक्टर राकेश सिंह का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महिलाओं के विकास और कल्याण के लिए जो कार्यक्रम शुरू किए गये हैं, उनको ज़मीनी स्तर पर मजबूत करने की बहुआयामी रणनीति शिवानी पाटिल ने तैयार की है। शिवानी पाटिल ने अगले 10 वर्षों की समाज कल्याण की कार्य योजना के माध्यम से नारी शक्ति को हर स्तर पर मजबूत बनाने का संकल्प व्यक्त किया है। हमारे विश्वविद्यालय और अस्पताल के माध्यम से चलाई जा रही पुष्पांजलि मुस्कान योजना इसी कार्य योजना का हिस्सा है।
डा. राकेश सिंह का कहना है कि हमारे समूचे डीवाई पाटिल संस्थान रूपी परिवार के सदस्यों ने गरीबों और महिलाओं की तरक्क ी के लिए जमीनी स्तर पर अनेक कार्यक्रमों को संचालित करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का संकल्प लिया है।
युवा विकसित भारत के निर्माण में दें योगदान
भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि मानव कल्याण में ही शिक्षा की सच्ची सार्थकता है। शिक्षित एवं दीक्षित विद्यार्थी आजीवन मानव हित में काम करें। गरीब और वंचित वर्गों की मदद के लिए तत्पर और संवेदनशील रहें। विद्यार्थियों में हुनर व उद्यमिता के गुण विकसित किए जाएं। उन्हें जॉब सीकर नहीं, जॉब गिवर बनाएं।
जीवन की प्रत्येक सफलता में परिवार, समाज और राष्ट्र का स्मरण रखें। उन्होंने उपस्थित युवाओं से आह्वान किया कि अपने ज्ञान और विशेषज्ञता से विकसित भारत के निर्माण में योगदान दें। राज्यपाल पटेल एलएनसीटी विश्वविद्यालय, भोपाल के तृतीय दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान के लिए फिल्म जगत के प्रसिद्ध गीतकार समीर अनजान, समाजशास्त्री व शिक्षाविद् शिवानी पाटिल, पैरास्विमर सतेन्द्र सिंह लोहिया, आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री हरिहरानंद स्वामी और अनिल गोस्वामी को विवि की ओर से मानद उपाधि प्रदान की और मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक दिए। विश्वविद्यालय की स्मारिका का लोकार्पण भी उन्होंने किया।