लखनऊ। प्रदेश के 16 जिलों में जल्द ही सैनिक स्कूल खोले जाएंगे। सभी पीपीपी यानी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के आधार पर खोले जाएंगे। नए सैनिक स्कूल राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त, निजी या गैर सरकारी संगठन एनजीओ की ओर से संचालित स्कूलों को सैनिक स्कूलों में परिवर्तित कर बनाए जाएंगे।
रक्षा मंत्रालय की सैनिक स्कूल सोसाइटी की ओर से राज्य सरकार को मिले पत्र के आधार पर शासन ने प्रदेश के उन सभी 16 जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र भेजा है, जहां नए सैनिक स्कूल खोले जाने हैं।
चार वर्ष पूर्व राज्य सरकार ने प्रदेश के हर मंडल में एक सैनिक स्कूल खोलने के लिए रक्षा मंत्रालय को अनुरोध पत्र भेजा था। रक्षा मंत्रालय ने उस अनुरोध पर अपनी सहमति दे दी है। ये सभी 16 जिले मण्डलीय मुख्यालय हैं। बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार की ओर से संबंधित जिलों के डीएम को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि वे अपने जिलों में उपयुक्त राजकीय या सहायता प्राप्त या इच्छुक निजी अथवा एनजीओ की ओर से संचालित विद्यालयों को सैनिक स्कूलों में परिवर्तित करने के लिए अनुरोध कर सकते हैं। सैनिक स्कूल के लिए चयनित शिक्षण संस्थान को रक्षा मंत्रालय के सैनिक स्कूल सोसाइटी की वेबसाइट पर दिए गए दिशा-निर्देश के अनुसार रजिस्ट्रेशन/आवेदन करना होगा।
इन जिलों में खुलेंगे नए सैनिक स्कूल
आगरा, अलीगढ़, प्रयागराज, आजमगढ़, बस्ती, बरेली, मुरादाबाद, बांदा, झांसी, देवीपाटन, अयोध्या, कानपुर नगर, मेरठ, सहारनपुर, मिर्जापुर तथा वाराणसी।
देश में रक्षा मंत्रालय के 25 सैनिक स्कूल हैं जबकि प्रदेश में रक्षा मंत्रालय की ओर से तीन सैनिक स्कूलों का संचालन अमेठी, झांसी, मैनपुरी में किया जा रहा है। इसके अलावा गोरखपुर में एक सैनिक स्कूल बनाने के लिए 90 करोड़ रुपये का प्रावधान राज्य सरकार की ओर से किया गया है। लखनऊ में राज्य सरकार द्वारा यूपी सैनिक स्कूल का संचालन किया जा रहा है।