हिरोशिमा। हिंद प्रशांत महासागर में चीन के बढ़ते दखल को रोकने के लिए भारत इस क्षेत्र के देशों के साथ संबंध मजबूत कर रहा है। वह इन देशों की खुलकर मदद करेगा। यह दौरा चीन का मकड़जाल तोड़ने की पीएम मोदी की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
एफआईपीआईसी के तीसरे सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने हिंद प्रशांत महासागर के देशों के लिए 12 सूत्री एक्शन प्लान का एलान किया।
भारत देगा ये तोहफे
– भारत सरकार फिजी में 100 बेड का रीजनल सुपरस्पेशलिटी अस्पताल बनवाएगी।
– पापुआ न्यू गिनी में एक आईटी और साइबर सिक्योरिटी ट्रेनिंग हब बनाया जाएगा।
– अगले पांच सालों में सागर अमृत स्कॉलरशिप के तहत 1000 स्कॉलरशिप दी जाएगी।
– 2023 में पापुआ न्यू गिनी में जयपुर फुट कैंप आयोजित किया गया था। अब हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र के अन्य देशों में भी हर साल ऐसे दो कैंप आयोजित किए जाएंगे।
– एसएमई डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की शुरुआत की जाएगी जिसमें हिंद प्रशांत देशों में छोटे और मझोले उद्योगों को स्थापित करने में मदद की जाएगी।
– अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए हिंद प्रशांत देशों की सरकारी इमारतों के लिए सोलर प्रोजेक्ट बनाए जाएंगे।
– पीने का साफ पानी उपलब्ध कराने के लिए हिंद प्रशांत देशों में डीसेलिनेशन यूनिट स्थापित की जाएंगी।
– समुद्र में चलने वाली एंबुलेंस की सप्लाई की जाएगी।
– हिंद प्रशांत देशों के विभिन्न अस्पतालों में डायलिसिस यूनिट स्थापित की जाएंगी।
– 24X7 इमरजेंसी हेल्पलाइन स्थापित की जाएगी।
– भारत सरकार फिजी में 100 बेड का रीजनल सुपरस्पेशलिटी अस्पताल बनवाएगी।
– पापुआ न्यू गिनी में एक आईटी और साइबर सिक्योरिटी ट्रेनिंग हब बनाया जाएगा।
– अगले पांच सालों में सागर अमृत स्कॉलरशिप के तहत 1000 स्कॉलरशिप दी जाएगी।
– 2023 में पापुआ न्यू गिनी में जयपुर फुट कैंप आयोजित किया गया था। अब हिंद प्रशांत महासागर क्षेत्र के अन्य देशों में भी हर साल ऐसे दो कैंप आयोजित किए जाएंगे।
– एसएमई डेवलपमेंट प्रोजेक्ट की शुरुआत की जाएगी जिसमें हिंद प्रशांत देशों में छोटे और मझोले उद्योगों को स्थापित करने में मदद की जाएगी।
– अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए हिंद प्रशांत देशों की सरकारी इमारतों के लिए सोलर प्रोजेक्ट बनाए जाएंगे।
– पीने का साफ पानी उपलब्ध कराने के लिए हिंद प्रशांत देशों में डीसेलिनेशन यूनिट स्थापित की जाएंगी।
– समुद्र में चलने वाली एंबुलेंस की सप्लाई की जाएगी।
– हिंद प्रशांत देशों के विभिन्न अस्पतालों में डायलिसिस यूनिट स्थापित की जाएंगी।
– 24X7 इमरजेंसी हेल्पलाइन स्थापित की जाएगी।