ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 101वें एपिसोड को संबोधित किया। उन्होंने कहा इस बार ‘मन की बात’ का ये एपिसोड दूसरी शताब्दी का प्रारंभ है। पिछले महीने हम सभी ने इसकी स्पेशल सेंचुरी को सेलिब्रिट किया है। आप सबकी भागीदारी ही इस कार्यक्रम की सबसे बड़ी ताकत है। आप सभी ने जो आत्मीयता और स्नेह ‘मन की बात’ के लिए दिखाया है, वो अभूतपूर्व है, भावुक कर देने वाला है। उन्होंने कहा जब ‘मन की बात’ का प्रसारण हुआ, तो उस समय दुनिया के अलग-अलग देशों में, अलग-अलग टाइम जोन में कहीं शाम हो रही थी तो कहीं देर रात थी, इसके बावजूद, बड़ी संख्या में लोगों ने 100वें एपिसोड को सुनने के लिए समय निकाला।
अरुणाचल के ग्यामर न्योकुम से किया संवाद
पीएम मोदी ने इस दौरान युवा संगम का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को ताकत देने वाला ऐसा ही एक और अनूठा प्रयास देश में हुआ है। पीएम ने अरुणाचल प्रदेश के ग्यामर न्योकुम से संवाद किया और कहा, युवा संगम में आपका कैसा अनुभव रहा, इसे लेकर एक ब्लॉग लिखिए ताकि देश के अन्य युवा साथियों को पता चले कि ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की योजना क्या है। युवा संगम को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार की बेटी विशाखा सिंह से संवाद किया। उन्होंने विशाखा से भी अपने अनुभव पर ब्लॉग लिखने के लिए कहा।
क्या है युवा संगम?
पीएम ने बताया कि युवा संगम में युवा दूसरे राज्यों के शहरों और गांवों में जाते हैं, उन्हें अलग-अलग तरह के लोगों के साथ मिलने का मौका मिलता है। युवा संगम से देश की विविधता और आपसी संपर्क को बढ़ावा मिलता है। युवा संगम के पहले राउंड में लगभग 1200 युवा, देश के 22 राज्यों का दौरा कर चुके हैं। जो भी युवा इसका हिस्सा बने हैं, वे अपने साथ ऐसी यादें लेकर वापस लौट रहे हैं, जो जीवनभर उनके ह्रदय में बसी रहेंगी। हमारे भारत में इतना कुछ जानने और देखने के लिए है कि आपकी उत्सुकता हर बार बढ़ती ही जाएगी। मुझे उम्मीद है कि इन रोमांचक अनुभवों को जानकर आप भी देश के अलग-अलग हिस्सों की यात्रा के लिए जरूर प्रेरित होंगे।
जल संरक्षण से जुड़े स्टार्टअप्स की चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल संरक्षण को लेकर भी बात रखी। उन्होंने कहा, ‘हम सबने एक कहावत कई बार सुनी होगी, बार-बार सुनी होगी – बिन पानी सब सून। बिना पानी जीवन पर संकट तो रहता ही है, व्यक्ति और देश का विकास भी ठप पड़ जाता है। भविष्य की इसी चुनौती को देखते हुए आज देश के हर जिले में 75 अमृत सरोवरों का निर्माण किया जा रहा है। ये जल संरक्षण की दिशा में बहुत बड़ा कदम है।
वीर सावरकर जयंती का जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीर सावरकर जयंती का भी जिक्र किया। उनके त्याग, साहस और संकल्प-शक्ति से जुड़ी गाथाएं आज भी हम सबको प्रेरित करती हैं। वीर सावरकर का व्यक्तित्व दृढ़ता और विशालता से समाहित था। उनके निर्भीक और स्वाभिमानी स्वभाव को गुलामी की मानसिकता बिल्कुल भी रास नहीं आती थी।
एनटी रामाराव जी की 100वीं जयंती पर किया याद
आगे प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘कुछ दिन बाद 4 जून को संत कबीरदास जी की भी जयंती है। कबीरदास जी ने जो मार्ग हमें दिखाया है, वो आज भी उतना ही प्रासंगिक है। संत कबीर ने समाज को बांटने वाली हर कुप्रथा का विरोध किया, समाज को जागृत करने का प्रयास किया। पीएम मोदी ने दिग्गज अभिनेता और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एनटी रामाराव को याद करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।