ब्लिट्ज ब्यूरो
वाशिंगटन। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा है कि भारत की आर्थिक सफलता पिछले वर्षों में किए गए सुधारों पर आधारित है। उन्होंने भरोसा जताया कि देश 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने के अपने लक्ष्य को हासिल कर लेगा। उन्होंने पत्रकारों के एक समूह से कहा, भारत का विश्व अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान रहा है और यह अब भी जारी है।
आईएमएफ प्रमुख जॉर्जीवा ने कहा, हम 2024 में भारत के वृद्धि अनुमान को बढ़ाकर 6.5 प्रतिशत कर रहे हैं। 2023 में मजबूत प्रदर्शन के कारण ऐसा किया जा रहा है। भारत की सफलता पिछले वर्षों में किए सुधारों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि भारत को डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे, डिजिटल आईडी और डिजिटल को देश की एक मजबूत ताकत बनाने से सबसे अधिक फायदा मिला है। इससे छोटे उद्यमी बाजारों में प्रवेश कर पाते हैं, जबकि पहले वे ऐसा नहीं कर पाते थे।
आईएमएफ प्रमुख ने कहा, अंतिम लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत मानता है कि नवाचार ही भविष्य में प्रतिस्पर्धात्मकता को आगे बढ़ाएगा। इसमें अनुसंधान एवं विकास में भी बहुत प्रभावी तथा कुशल निवेश किया गया, जैसा कि चंद्रमा पर उतरना आदि। यह भविष्य के विकास के लिए एक मजबूत नींव रखता है। उन्होंने भारत के प्रयासों को सराहा।
पीएम मोदी का आह्वान होगा साकार
भारत को उसकी आजादी के 100 साल पूरे होने यानी 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर किए सवाल पर जॉर्जीवा ने कहा कि इसे काफी हद तक हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा, मुझे इसके असंभव होने का कोई कारण नहीं दिखता।