ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। देश में महिलाएं अनेक क्षेत्रों में नए-नए मुकाम हासिल कर रही हैं। यही नहीं, वे एक साथ कई कलाओं में भी महारथ रखती हैं। ऐसी ही एक महिला हैं जो प्रशासनिक सेवा में होने के साथ-साथ रैंप पर कैटवॉक करने में भी एक्सपर्ट हैं। ये हैं गाजियाबाद की अपर जिलाधिकारी ऋतु सुहास। सुहास ने लखनऊ में अपने हुनर का जलवा बिखेरा। वह एक फैशन शो में रैंप पर उतरीं। उनका स्टाइल देखकर शो में मौजूद लोग तालियां बजाने के लिए मजबूर हो गए। ऋतु उत्तर प्रदेश प्रशासनिक सेवा में बतौर अपर जिलाधिकारी गाजियाबाद में कार्यरत हैं। वह खादी से बने कपड़ों को प्रोमोट करते देखी जा सकती हैं।
खादी के लिए करती हैं मॉडलिंग
एक प्रशासनिक अधिकारी होने के साथ ही वे स्थापित फैशन प्रोमोटर भी बन चुकी हैं। फैशन इंडस्ट्री में उनकी पहचान किसी मशहूर मॉडल से कमतर नहीं है। वैसे वे उत्तर प्रदेश सरकार के खादी ग्रामोद्योग विभाग के प्रचार-प्रसार के लिए रैंप पर उतरती हैं। खादी को लोकप्रिय बनाने के लिए उन्होंने मॉडलिंग शुरू की। उनके प्रयासों से खादी को युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाने में खासी मदद मिली है। ऋतु सुहास को उनके जानने वाले ‘ब्यूटी विद ब्रेन’ उपनाम से भी पुकारते हैं।
पति ओलंपियन और नाेएडा के डीएम
ऋतु सुहास के पति गौतमबुद्ध नगर के मौजूदा जिलाधिकारी सुहास एलवाई हैं। वह आईएएस अफसर होने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। पिछले दो पैरा ओलंपिक में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए पदक हासिल किए हैं। सुहास एलवाई की पहचान भी एक सहज और ईमानदार प्रशासनिक अफसर के साथ-साथ मजबूत इरादों वाले एथलीट के रूप में है।
रह चुकीं मिसेज इंडिया-2019
ऋतु सुहास 2004 बैच की पीसीएस अफसर हैं। अफसर होते हुए मिसेज इंडिया-2019 का खिताब जीतने वाली ऋतु सुहास प्रतियोगी स्टूडेंट के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं, क्योंकि उनके पास कोचिंग और अखबार के पैसे नहीं जुट पाते थे। उन्होंने अपनी एक सहेली के नोट्स के माध्यम से सेल्फ स्टडी कर अपना मुकाम हासिल किया।
ट्यूशन भी पढ़ाई
ऋतु के अनुसार घर में फाइनेंशियल प्रॉब्लम काफी ज्यादा थी, कोचिंग की फीस जमा करने के लिए पैसे नहीं थे। फिर छोटे-छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया। माता- पिता ने सपोर्ट किया।