विनोद शील
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ”मेरे प्यारे परिवारजनो! जब हम अपनी आंखों के सामने ऐसा इतिहास बनते हुए देखते हैं तो गर्व होता है। ऐसी ऐतिहासिक घटनाएं राष्ट्र जीवन की चेतना बन जाती हैं। यह पल अविस्मरणीय है। यह क्षण अभूतपूर्व है। यह क्षण विकसित भारत के शंखनाद का है। यह क्षण नए भारत के जयघोष का है। यह क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है। यह क्षण जीत के चंद्रपथ पर चलने का है। यह क्षण 140 करोड़ धड़कनों के सामर्थ्य का है। यह क्षण भारत की नई ऊर्जा, नई चेतना का है। यह क्षण भारत के उदीयमान भाग्य के आह्वान का है। अमृतकाल की प्रथम प्रभा में सफलता की अमृत वर्षा हुई है। हमने धरती पर संकल्प लिया और चांद पर उसे साकार किया।”
उन्होंने कहा, ”आज हम अंतरिक्ष में नए भारत की नई उड़ान के साक्षी बने हैं। हर घर में उत्सव है। हृदय से मैं भी देशवासियों के साथ अपने परिवारजनों के साथ इस उमंग और उल्लास से जुड़ा हुआ हूं। मैं टीम चंद्रयान को, इसरो को और देश के सभी वैज्ञानिकों को जी-जान से बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
इसरो के नए मिशन की दी जानकारी
पीएम मोदी ने कहा, इसरो ने वर्षों तक इस पल के लिए इतना परिश्रम किया है। मैं 140 करोड़ देशवासियों को बधाई देता हूं। हमारे वैज्ञानिकों के परिश्रम और प्रतिभा से चंद्रमा के उस दक्षिणी ध्रुव तक भारत पहुंचा है, जहां दुनिया का कोई भी देश नहीं पहुंच सका है। – शेष पेज 6-7
आप तो स्वयं सोमनाथ हैं
पीएम मोदी ने एस सोमनाथ को कहा, “आपका तो नाम ही सोमनाथ है।” उन्होंने इसरो चीफ से फोन पर यह भी कहा, “सोमनाथ जी… आपका नाम सोमनाथ भी चंद्रमा से जुड़ा हुआ है। आपके परिवार के सदस्य भी खुश होंगे। आपको और आपकी टीम को बधाई। कृपया मेरी शुभकामनाएं सभी तक पहुंचाएं। अगर संभव हुआ तो मैं जल्दी ही व्यक्तिगत रूप से आपका अभिवादन करूंगा।”