ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। पेरिस ओलंपिक में भारत को पहला और दूसरा मेडल जिताने वाली मनु भाकर का नाम आज हर किसी के जुबान पर है। टोक्यो ओलंपिक 2020 में मेडल से चूकने के बाद मनु ने इस बार डबल ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इतिहास रच दिया लेकिन क्या आपको पता है कि मनु सिर्फ निशानेबाजी ही नहीं बल्कि दूसरे खेलों में भी काफी अच्छी खिलाड़ी रही हैं। मार्शल आर्ट्स में तो वो चैंपियन रह चुकी हैं।
मार्शल आर्ट्स में नेशनल प्लेयर रहीं
हरियाणा के झज्जर की रहने वाली मनु का जन्म 18 फरवरी, 2002 को हुआ था। बचपन से ही मनु भाकर को खेल में काफी दिलचस्पी थी उन्होंने कई खेलों में हाथ आजमाए।
आपको बता दें, मनु ने निशानेबाजी से पहले टेनिस, स्केटिंग और यहां तक कि थांग टा मार्शल आर्ट्स में भी हाथ आजमाया जो मणिपुर राज्य में बहुत मशहूर है। इस खेल के प्रति दीवानगी बढ़ी और वह मार्शल आर्ट में नेशनल लेवल की एथलीट बनीं लेकिन मनु को लगा कि इस गेम में चीटिंग होती है। उसने यह खेल भी छोड़ने का फैसला कर लिया।
बॉक्सिंग में जीते मेडल्स
बच्चे पैदा होते हैं, तभी माता-पिता उनके भविष्य को लेकर सपने देखते हैं। ऐसा ही कुछ मनु भाकर के साथ भी हुआ। उनकी मां डॉक्टर सुमेधा चाहती थीं कि बेटी बड़ी होकर डॉक्टर बने, तो वहीं उनके पिता रामकिशन मनु को बॉक्सर बनाना चाहते थे। मनु के बडे़ भाई बॉक्सिंग करते थे और मनु भी बॉक्सिंग करने लगीं।
मनु बॉक्सिंग में भी काफी अच्छी थीं और उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर मेडल भी जीते। एक दिन प्रैक्टिस करते हुए मनु की आंख पर चोट लग गई। चोट लगने के बाद मनु ने बॉक्सिंग छोड़ने का मन बना लिया। मनु ने बॉक्सिंग, मार्शल आर्ट्स के अलावा आर्चरी, टेनिस, स्केटिंग की प्रैक्टिस की, लेकिन उसका मन नहीं लगा और इसके बाद शूटिंग को चुना और अब उन्होंने ओलंपिक में मेडल जीकर पूरे देश का सीना चौड़ा कर दिया है।