ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। मुस्लिम वर्ल्ड लीग महासचिव शेख मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-ईसा ने कहा कि भारत में विचार की विविधता ने उन्हें काफी प्रभावित किया है। अल-ईसा ने भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से मुलाकात की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इसके बाद यहां विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन में एक सभा को संबोधित करते हुए अल-ईसा ने कहा कि सभ्यताओं के संघर्ष को रोकने के लिए अगली पीढ़ी का बचपन के दिनों से ही संरक्षण और मार्गदर्शन करने की जरूरत है।
अल-ईसा ने अरबी में कहा कि भारतीय दर्शन मानव की प्रगति में सहायक है। विश्व भारत के ज्ञान से लाभान्वित हो सकता है। अल-ईसा ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि हम एक ही पेड़ की अलग-अलग शाखाएं हैं। हमारा धर्म मानवता है। फैलाई जा रही अलग धारणा के लिए हमें एक उपाय ढूंढ़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एक समस्या यह है कि कुछ संगठन दावा कर रहे हैं कि यदि किसी ने विश्व पर शासन किया है तो वह हम हैं। उन्होंने कहा कि यह रुख गलत है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने यहां धर्म गुरुओं से बातचीत की, तब उन्होंने भाईचारा, वार्ता, सहयोग और शांतिपूर्ण सहयोग के बारे में बातें कीं। अल-ईसा ने कहा, क्रूर शक्तियां सभ्यागत सर्वोच्चता की ओर नहीं ले जाती है बल्कि दिलों को जीतने वाले प्रेम, मानवता और सह अस्तित्व से आप श्रेष्ठता की ओर अग्रसर हो सकते हैं।