ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। मुस्लिम वर्ल्ड लीग के महासचिव शेख मोहम्मद बिन अब्दुलकरीम अल-ईसा ने कहा है कि भारत के लोकतंत्र की खूबसूरती यह है कि प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार प्राप्त हैं। भारतीय संविधान सभी नागरिकों को समान अधिकार की गारंटी देता है। भारत यात्रा पर आए अल-ईसा ने भारत और सऊदी अरब के संबंधों, सऊदी अरब में रहने वाले भारतीयों और इस्लाम व महिला सशक्तिकरण जैसे कई मुद्दों पर अपनी राय जाहिर की है।
उन्होंने ‘आवाज- द वॉइस’ नाम के यूट्यूब चैनल से बातचीत के दौरान कहा, ”मैंने भारत की संस्कृति, परंपरा, विविधता के बारे में बहुत कुछ सुना था और इसका अनुभव करके मैं बहुत खुश हूं।
सऊदी अरब और भारत की दोस्ती
उन्होंने कहा, ”सऊदी अरब का होने के नाते मुझे यह दोहराना चाहिए कि भारत के साथ हमारे बहुत मजबूत संबंध हैं। यह संवाद हमारे बीच मजबूत रिश्ते को बढ़ावा देगा। अल-ईसा ने कहा, ”हम सऊदी अरब और भारत के बीच नई दोस्ती देख रहे हैं। मुझे हमारे रिश्ते पर बहुत गर्व है.”
– हम सऊदी अरब में भारतीयों पर करते हैं बहुत भरोसा
-भारत की संस्कृति, परंपरा, विविधता का अनुभव कर मैं बहुत खुश हूं
– भारत के साथ हमारे बहुत मजबूत संबंध, करेंगे नई दोस्ती का आगाज
– सऊदी अरब में भारतीय प्रवासियों का विशेष स्थान
– सऊदी अरब में महिला सशक्तिकरण एक नारा नहीं, बल्कि हकीकत
सऊदी अरब में प्रवासी भारतीय
अल-ईसा ने कहा, ”सऊदी अरब में भारतीय प्रवासियों का एक विशेष स्थान है। वहां भारतीय प्रवासियों ने सभी क्षेत्रों में शानदार प्रदर्शन किया है। हम सऊदी अरब में भारतीयों पर बहुत भरोसा करते हैं और उनकी असाधारण क्षमताओं को पहचानते हैं।
सऊदी अरब में महिलाओं की स्थिति
उन्होंने कहा, सऊदी अरब में महिला सशक्तिकरण एक नारा नहीं, बल्कि हकीकत है। इस्लाम महिलाओं को समान अधिकार देता है। जहां तक महिला सशक्तिकरण की बात है तो सऊदी अरब विकसित देशों में से एक है। इसी के साथ उन्होंने कहा, अंग दान एक महान मानवीय कार्य है, चाहे वो किसी भी पंथ, धर्म या संस्कृति का हो।
मानव जाति की नैतिक पूर्णता पैगंबर मोहम्मद का मुख्य मिशन था। उन्होंने कहा, इस्लाम बहुत लचीला धर्म है और आधुनिकता के अनुरूप है। इस्लाम का क्षितिज बहुत व्यापक है। इस्लामी नियम स्थानीय संदर्भ, संस्कृति, स्थान, समय, लोगों और भूगोल का सम्मान करते हैं।