संजय द्विवेदी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को राज्य राजधानी क्षेत्र बनाने की कवायद तेज होती नजर आ रही है। अब लखनऊ क्षेत्र को भी दिल्ली के एनसीआर की तरह एससीआर बनाया जाएगा। इस मामले पर लखनऊ के कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश का पालन करते हुए अपनी रिपोर्ट भेजी है। अब कमिश्नर ने अपर मुख्य सचिव आवास को निर्देश देते हुए इसके लिए अधिसूचना जारी करने को कहा है।
ये जिले शामिल
स्टेट कैपिटल रीजन में कुल 6 जिले- लखनऊ, हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली और बाराबंकी शामिल हैं। जानकारों का मानना है कि एससीआर बनने के बाद इन जिलों की जनता को इसका विकास भी एनसीआर की तर्ज पर मिलेगा।
साथ ही लखनऊ जैसी हाईटेक सुविधाओं का फायदा मिलेगा। इसमें शामिल होने वाले गांवों में तेजी के साथ विकास होगा। वहां के निवासियों को हेल्थ की सुविधा के साथ शिक्षा से जुड़ी सुविधाएं मिलेंगी। ऐसे में नोटिफिकेशन के बाद तय किया जाएगा कि कितने गांव इस परियोजना का हिस्सा बनेंगे।
सीएम ने दिया निर्देश
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने काफी अरसा पहले अधिकारियों से एनसीआर की तर्ज पर ‘उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र’ गठित करने की योजना पर काम करने को कहा था। इस दौरान सीएम योगी ने आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, आवास विकास परिषद और सभी शहरी विकास प्राधिकरणों की समीक्षा की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए थे।
परियोजना में 50 सालों की स्थिति को ध्यान में रखने को कहा था
सीएम योगी ने कहा था कि विकास परियोजनाओं का निर्धारण करते समय आगामी 50 सालों की स्थिति को ध्यान में रखें। मास्टर प्लान में सुनियोजित विकास का पूरा खाका होना चाहिए। हर विकास प्राधिकरण/नगरीय निकाय में टाउन प्लानर की तैनाती की जाए। मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा था कहा कि भविष्य की आवश्यकता को हमें सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी।
सीएम ने कहा कि सभी आयामों पर अध्ययन और विमर्श करते हुए जल्द से जल्द विस्तृत कार्ययोजना प्रस्तुत की जाए।
सिटी डेवलपमेन्ट प्लान
सीएम योगा ने विशेष निर्देश दिया था कि लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, मुरादाबाद, सहारनपुर, झांसी, मथुरा, बरेली, मेरठ, आगरा, चित्रकूट, वाराणसी, प्रयागराज का सिटी डेवलपमेन्ट प्लान तैयार कर लिया जाए। उन्होंने गाजियाबाद, प्रयागराज, आगरा, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और मेरठ की शहरी लॉजिस्टिक योजना पर भी अधिकारियों को निर्देश दिए थे।