ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। न्यायमूर्ति धनंजय वाई चंद्रचूड़ ने 9 नवंबर को भारत के 50वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह के बाद मीडिया को दिए अपने पहले बयान में, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने कहा कि आम नागरिक की सेवा करना मेरी प्राथमिकता है। उन्होंने रजिस्ट्री और न्यायिक प्रक्रियाओं में सुधार का भी वादा किया और कहा कि मेरी बातों से ज्यादा मेरा काम बोलेगा। सीजेआई का पद संभालने के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में महात्मा गांधी की प्रतिमा को श्रद्धांजलि अर्पित की।
जस्टिस ऋतुराज विधि आयोग अध्यक्ष
नई दिल्ली। ऋतुराज अवस्थी को 7 नवंबर को विधि आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। वह हाईकोर्ट के रिटायर्ड चीफ जस्टिस रहे हैं। इसके अलावा न्यायमूर्ति केटी शंकरन, प्रोफेसर डीपी वर्मा, प्रोफेसर आनंद पालीवाल, प्रोफेसर राका आर्य और एम करुणानिधि को आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया है। कानून मंत्री किरण रिजिजू ने ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी। न्यायमूर्ति अवस्थी साल 1986 में लखनऊ विश्वविद्यालय से कानून में ग्रेजुएट हुए थे। वह लखनऊ में भारत के सहायक सॉलीसीटर जनरल के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं।
उन्हें 13 अप्रैल, 2009 को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में अतिरिक्त न्यायाधीश बनाया गया था और वह 24 दिसंबर, 2010 को वह स्थायी न्यायाधीश बने। ऋतुराज उस समय भी चर्चा में आए थे, जब कर्नाटक हिजाब मामले में फैसला सुनाने पर उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी। इस मामले में पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया था।